जनजीवन अस्तव्यस्त,लोकसभा अध्यक्ष आज कोटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जायजा लेंगे 

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Published on : 16 Sep, 19 05:09

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा,सेना, प्रशासन, पुलिस एवं सबन्धित एजेंसियों से लिया फीडबैक

जनजीवन अस्तव्यस्त,लोकसभा अध्यक्ष आज कोटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जायजा लेंगे 

कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल) | कोटा में  कई जगह आई बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ।राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी रहे। नावों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। सामाजिक, धार्मिक संगठन एवं विभिन्न स्वयं सेवी संगठनो ने राहत कार्यों में भगीदारी निभाई।लीचले इलाकों को खाली कराया गया। कई बस्तिया जलमग्न हो गई। पेयजल और बिजली तंत्र गड़बड़ा गया। शहरवासियों ने भारी पेयजल संकट झेला। दिन भर अफरातफरी का माहौल बना रहा। कई घर पानी मे डूब गए।

          लोकसभा अध्य्क्ष ओम बिड़ला सोमवार को कोटा पहूंच कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जायजा लेंगे। वे लगातार प्रशासन के सम्पर्क में रहे और जानकारी लेते रहे।  मुख्य सचिव कृषि विभाग एवं जिला प्रभारी सचिव पी.के. गोयल रविवार को कोटा पहुंचे तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जिला प्रशासन द्वारा किये गये इंतजामों का जायजा लेेया। उन्होंनेे चम्बल में पानी की आवक से खण्ड गांवडी, नयापुरा, बापू बस्ति, हरिजन बस्ति बालिता रोड़ में पानी भराव वाले स्थानों पर एसडीआरएफ की बोट में बैठकर जिला कलक्टर के साथ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने आवासों की छतों पर बैठे लोगों को सुरक्षात्मक दृष्टि से आश्रय स्थलों में पहुचाने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने पानी भराव वाले भवनों को खाली करने के लिए सभी नागरिकों को व्यक्तिशः अनुरोध कर एसडीआरएफ को नाव सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिये। 

उन्होंने आश्रय स्थलों एवं बैराज का भी निरीक्षण किया।

          उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में फसल खराबे, जनजीवन प्रभावित एवं सड़क, पुल, आवासीय क्षेत्रों में नुकसान का समय पर सर्वे करवाने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक क्षेत्रों में अधिकारी तैनात कर आश्रय स्थलों में पर्याप्त इंतजाम किये है। प्रशासन का उद्देश्य जन हानि को रोककर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है।  संभागीय आयुक्त , पुलिस महानिरीक्षक एवं अन्य अधिकारी साथ रहे।

बांधो की वर्तमान स्थिति 

             चम्बल नदी पर 4 बडे बांध बने हुए हैं। गांधी सागर बांध मध्यप्रदेश के मन्दसौर जिले में स्थित हैं। जिसकी की कुल भराव क्षमता 1312 फीट हैं। वर्तमान में 1318.87 फीट जलस्तर बना हैं। पानी की आवक 4 लाख 34 हजार 268 तथा 19 गेट खोले जाकर 6 लाख 63 हजार 718 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही हैं। 

            राणा प्रताप सागर बांध राजस्थान के चितौडगढ जिले में स्थित है। जिसकी भराव क्षमता 1157.50 फीट है। वर्तमान में 1159.20 फीट जल स्तर है। बांध में पानी की आवक 6 लाख 65 हजार 152 क्यूसेक हैं तथा बंाध से 6 लाख 65 हजार 152 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही हैं। जवाहर सागर बांध राजस्थान के बूंदी जिले में स्थित हैं। जिसकी भराव क्षमता 980 फीट है। वर्तमान में 981.50 फीट जल स्तर बना हुआ है। बांध में पानी की आवक  6 लाख 80 हजार 812 हैं तथा 6 लाख 80 हजार 812 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही हैं। कोटा बैराज की भराव क्षमता 854 फीट हैं। वर्तमान में 853.20 फीट जल स्तर बना हुआ हैं। बैराज में पानी की आवक 6 लाख 92 हजार 519 क्यूसेक हैं। बांध के 19 गेट खोले जाकर 6 लाख 92 हजार 519 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही हैं। 
          कलक्टर ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 4 हजार 500 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर भोजन, आवास आदि की व्यवस्था की जा रही हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि अफवाओं पर ध्यान न दे। पुलिस अधीक्षक शहर दीपक भार्गव ने कहा कि अधिकारी पुरूी जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए आपदा की इस घडी में लोगो को मूलभूत सुविधाये भी प्रदान करें। उन्होंने आश्रय स्थलों, बांध एवं पुलो पर अनावश्यक भीड जमा नहीं होने देने एवं प्रभावित क्षेत्रों में टीम भावना के साथ त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर सभी अधिकारियों द्वारा फीडबैक देते हुए 


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