चित्तौड़गढ़ / जिलास्तरीय जन सुनवाई एवं अभाव अभियोग निराकरण व सतर्कता समिति की बैठक गुरुवार को चित्तौड़गढ़ जन सुनवाई केन्द्र में हुई।
जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार ने सतर्कता समिति में पंजीकृत सभी मामलों को सुना तथा इनसे संबंधित फाईलों की जानकारी लेते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों से वस्तुस्थिति के बारे में पूछा और इनके निस्तारण के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे प्रकरण की जांच में अनावश्यक विलम्ब न करें तथा यथासंभव जल्द से जल्द समाधान करें। इसके साथ ही समस्या समाधान के लिए समय सीमा तय कर बताएं ताकि आम जन को सुशासन एवं राहत का अहसास हो सके। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि दिए गए समय पर समस्या का निस्तारण नहीं होने पर ढिलाई के लिए दोषी अधिकारियों को चार्जशीट दे दी जाएगी।
जनता की समस्याओं पर सुनवाई करते हुए जिला कलक्टर ने तसल्ली से परिवादियों की समस्याओं और शिकायतों को सुना तथा आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान किया जाएगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर(भूमि अवाप्ति) विनय पाठक ने पंजीकृत प्रकरणों पर विस्तार से बताया। उन्होंने दैनिक जन सुनवाई तथा सतर्कता समिति में पंजीकृत मामलों, सम्पर्क पोर्टल पर चल रहे प्रकरणों आदि के बारे में गंभीर रहने के निर्देश दिए और कहा कि लम्बित प्रकरणों के मामले में जल्द से जल्द कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नम्रता वृष्णि, अतिरिक्त जिला कलक्टर (भूमि अवाप्ति) विनय पाठक, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानमल खटीक, नगर विकास न्यास के सचिव सीडी चारण, उपखण्ड अधिकारी विनोद कुमार, नगर परिषद के आयुक्त नारायणलाल मीणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। सतर्कता समिति की बैठक के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से जिले के विभिन्न उपखण्ड कार्यालयों के अधिकारियों से सीधे मुखातिब होते हुए जिला कलक्टर ने विभिन्न परिवादों पर कार्यवाही के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जन सुनवाई में काफी संख्या में आम जन की विभिन्न समस्याओं को सुना गया तथा इन पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इनका निस्तारण करें। विभागीय अधिकारियों ने लोक समस्याओं के निस्तारण पर की गई कार्यवाही के बारे में विस्तार से अवगत कराया।