उदयपुर शहर के सब सिटी सेंटर स्थित हाट बाजार में राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी २०१९ का गुरुवार को रंगारंग संास्कतिक कार्यक्रम के साथ समापन हुआ।
समापन समारोह की मुख्य अतिथि पूर्व विधायक श्रीमती सज्जन कटारा थी। १५ दिवसीय खादी मेले में लोगों ने अंतिम दिन छूट का लाभ उठाते हुए जमकर खरीददारी की।
इस अवसर पर आयोजक अंबेडकर विकास समिति चोमू जयपुर की डा.संगीता वर्मा ने बताया कि खादी केवल वस्त्र हीं बल्कि एक विचार है जिससे स्वावलंबन की भावना आती है। एक तरफ खादी बुनकरों के रोजी-रोटी कमाने का स्थाई रोजगार है वहीं दूसरी तरफ अहिसात्तमक तरीके से स्वराज हासिल करने के लिए मूल्यवान अस्त्र भी है। उन्होंने कहा कि चरखा गांधीजी का विचार था। कोई कितना भी दुबला पतला या मोटा हो वह भी चरखा चला कर अपना कर जीवन यापन कर सकता है।
मेले के समापन अवसर पर लोगो ने खरीदारी के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमो का भी आनंद लिया। मेले में लोगों ने कपडो के साथ साडयां बेल्ट जूते चप्पल हाइ हील सैंडल की भी जमकर खरीदारी की।
कविता वर्मा ने बताया कि खादी में बालिकाओं युवतियों महिलाओं के रंगारंग कार्यक्रम रखे गए। जिसमें मेहंदी प्रतियोगिता रंगोली प्रतियोगिता सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। प्रतियोगिता में कुल १० प्रतिभागियो ने भाग लिया जिसमे दीपिका सेन सोनू सेन प्रियंका लोहार पायल नागदा कोमल डामोर कविता जैन नीलम साक्षी प्रजापत इना मीना ज्योति सेन ने प्रमुख थी। रंगोली प्रतियोगिता में ६ प्रतिभागियो ने भाग लिया। जिनके लता डामोर, महिया, मोक्षिता मंडोरा दीपिका सेन लावण्या सेन भावना वैष्णव आदि शामिल थी। बाद मे सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर विवेक कटारा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि खादी आमजन में काफी लोकप्रिय हो चुकी है। इसमें आधुनिकता का समावेश हो जाने के कारण खासकर युवाओं में खादी काफी लोकप्रिय हो रही है। समय-समय पर ऐसे खादी मेले लगाने से लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढती है।