जरूरत के मुताबिक वस्तुओं का सग्रंह करेंःवैराग्यनंदी

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Published on : 11 Sep, 19 15:09

उदयपुरआदिनाथ दिगम्बर चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से हिरणमगरी से. ११ स्थित आदिनाथ भवन में आयोजित पर्युषण पर्व के आठवं दिन आचार्य वैराग्यनंदी महाराज ने कहा कि आकिंचन्य का सीधा आशय अपरिग्रह से है अर्थात जरूरत के अनुसार ही वस्तुओं का संग्रह करना चाहिये है।

उन्होंने कहा कि आवश्यकता से अधिक किसी भी जीव-अजीव से मोह ना रखना ही अकिंचन्य होता है। हम अक्सर जरूरत से अधिक चीजो का संग्रह कर लेते हो और फिर उन्हें देख कर कुछ दिन तक मान करते है फिर उनसे पीछा छुडाने का उपाय ढूंढते है। इसी प्रक्रिया से बचने के लिए उत्तम अकिंचन्य धर्म का पालन करना सर्वोत्तम है। अतः अपनी आवश्यकताओं को सीमित करें। जिस व्यक्ति ने अंतर बाहर २४ प्रकार के परिग्रहों का त्याग कर दिया है, वो ही परम समाधि अर्थातघ् मोक्ष सुख पाने का हकदार होता है।


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