चित्तौड़गढ़, जलझूलनी ग्यारस पर श्री साँवलियाजी धाम पर लगा तीन दिवसीय मेला दूसरे दिन सोमवार को अपने चरम यौवन पर रहा। प्रभु श्री साँवलियाजी के दरबार में दर्शनार्थियों का अपार सैलाब उमड़ता रहा वहीं सांवलियाजी पहुंचने वाले मार्गों पर पदयात्रियों के रेले उमड़ते रहे।
सोमवार को देवझूलनी ग्यारस पर भगवान श्री सांवलियाजी की परंपरागत विशाल रथयात्रा निकली। विशाल रथयात्रा में विभिन्न लोक वाद्यों पर लोक कलाकारों के नृत्यों, खूब सारे ढोल के तीव्र नादों, निशान, ध्वजों, हाथी-घोड़े, ऊँट, भजनों और भक्ति संगीत गुंजाते कई सारे बैण्ड, भजन मण्डलियों के संकीर्तन, नृत्यरत श्रद्धालुओं के समूह, झांकियां आदि आकर्षण का केन्द्र रहे। गुलाल-अबीर और रंगों की रह रहकर हुई बरसात ने श्री सांवलियाजी मन्दिर परिसर और रथयात्रा मार्गों को रंगीन कर डाला। हेलिकाप्टर से श्री सांवलियाजी मन्दिर पर गुलाब पुष्प वर्षा के नजारे ने कई किलोमीटर तक पसरे मेलार्थियों को खासे सुकून का अहसास कराया।