देर रात नेत्रदान,औऱ सुबह उन्हीं का हुआ देहदान

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Published on : 09 Sep, 19 06:09

खुशमिजाज, जिंदादिल इंसान अनिल जी का हुआ नेत्रदान-देहदान

देर रात नेत्रदान,औऱ सुबह उन्हीं का हुआ देहदान

खुशमिजाज, जिंदादिल इंसान थे,68 वर्षीय महावीर नगर निवासी श्री अनिल तिवारी जी । एसीसी सीमेंट,लाखेरी से सेवानिवृत्त होने के बाद से ज्यादातर समय इनका लोगों की और जानवरों की सेवा में लगता था ।
कल देर रात इनके निधन के बाद उनकी पत्नी आशा जी,व उनके पुत्र समान डॉ अक्षय जैन जी की इच्छा के अनुसार उनका नेत्रदान घर पर ही शाइन इंडिया फाउंडेशन व आई बैंक सोसायटी कोटा चैप्टर के सह्योग से सम्पन हुआ । वहीं पर संस्था सदस्यों को यह पता चला कि थोड़े समय पहले दोनों पति-पत्नि महावीर नगर डिस्पेंसरी में देहदान के विषय मे जानकारी लेने व फॉर्म लेने गए थे,पर वहाँ फॉर्म न मिल पाने के कारण वह भर नहीं पाये । इस कारण से इनको लगा कि अब देह तो दान हो नहीं पायेगी, फिर अगले दिन रविवार भी है,पता नहीं कॉलेज़ खुलेगा या नहीं, रिश्ते दार भी देरी से आएंगे, तब तक देह घर पर सुरक्षित कैसे रखेंगे, संस्था सदस्यों व डॉ अक्षय जैन जी के सहयोग से घर पर डीपफ्रीज़ की व्यवस्था हो गयी। सुबह तक जरूरी रिश्तेदार भी आ गये। फिर सुबह करीब 11 बज़े मेडिकल कॉलेज में देहदान किया गया ।
अनिल जी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रामा से जुड़े हुए थे, एसीसी प्लान्ट में भी उन्होंने कई विषयों पर रंगमंच पर कई किरदार निभाए,फ़िल्म जगत के ज्यादातर सितारों के बारे में उनको गहराई तक सारी जानकारी हुआ करती थी। सादगी से रहना,हमेशा किसी हीरो से कम खुद का न समझना,उस तरह से हमेशा वह तैयार रहते थे । अमिताभ बच्चन व शम्मी कपूर उनके रोल मॉडल रहे है। 


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