उदयपुर / राजस्थान विद्यापीठ डिम्ड टू बी विश्वविद्यालय के संघटक लेाकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में शिक्षक दिवस पर 65 शिक्षकों का माला, उपरणा, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। प्राचार्य प्रो. शशि चितौडा ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि सुविव के राजनीति विज्ञान के पूर्व प्रोफेसर अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि गुरू को भगवान से श्रेष्ठ माना गया है क्योकि गुरू के माध्यम से ही हमे ईश्वर के बारे में ज्ञान प्राप्त होता हैं हर व्यक्ति के जीवन में उनके शिक्षको की छाप अवश्य ही होती है। गुरू के आदर्शो को अपना कर ही शिष्य जीवन की सीढिया चढते है। अध्यक्षता करते हुए कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि शिक्षक दिवस शिक्षको एवं छात्रों के रिश्तो को और भी अच्छा बनाने का महान अवसर होता है। छात्रो को भी जीवन में शिक्षको के मूल्यों को समझना और महसूस करना चाहिए और दिल से सम्मान देना चाहिए। शिक्षक हमारे अभिभावक से भी बढ कर है वे हमें सफलता का मार्ग दिखलाते है। संचालन डॉ. वृंदा शर्मा व डॉ. अमित दवे ने किया। प्रो. सरोज गर्ग, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. देवेन्द्रा आमेटा, डॉ. रचना राठोड, डॉ. अमि राठोड, डॉ. सुनिता मुर्डिया ने भी अपनी विचार व्यक्त किए।
यहॉ भी हुआ सम्मान समारोह:- जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह भीण्डर ने बताया कि विद्यापीठ के माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय, बीएसी एग्रीकल्चर विभाग, उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क, प्रबंध अध्ययन संस्थान, कम्प्यूटर एण्ड आईटी विभाग में भी शिक्षक दिवस हषोल्लास से मनाया गया।