विज्ञान समिति का ६१ वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित

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Published on : 29 Aug, 19 05:08

विज्ञान ने चुनौतियों का सामना करना भी सिखायाः शर्मा

विज्ञान समिति का ६१ वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित

उदयपुर। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा, उत्तरप्रदेश के कुलपति भगवती प्रसाद शर्मा ने कहा कि प्राचीन भारत का ज्ञान-विज्ञान अत्यधिक गौरवशाली रहा। भारत का वैश्विक उत्पादन में ३३ प्रतिशत योगदान था किन्तु वर्तमान विज्ञान व प्रौद्योगिकी के विकास के साथ हमें कदम दर कदम बढाते हुए कृत्रिम बुद्धिमता, बीमारियों की भविष्यवाणी, ग्रहों की यात्रा आदि अनेक चुनौतियों का सामना करना है। उन्होंने  प्राचीन शास्त्रों के कई उदाहरण देकर भारत के स्वर्णिम अतीत व भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।

वे आज अशोक नगर स्थित विज्ञान समिति में आयोजित विज्ञान समिति के ६१ वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।  उन्होंने कहा कि विज्ञान समिति विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए महाराणा प्रताप कृशि एवं प्रौद्योगिकी वि.वि, उदयपुर के नवनियुक्त कुलपति डॉ एन.एस.राठौड ने कहा कि विज्ञान समिति ने विगत ६० वर्षों में गांवों से लेकर शहर तक हर आमजन व नीति निर्धारकों में चेतना जागृत करने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया है। संस्थापक डॉ. के एल कोठारी ने इस परिवार को यथोचित संपोशित किया है। स्थापना दिवस के अवसर पर हमें आत्मावलोकन करते हुए आगे बढने का संकल्प लेना चाहिये। हम विश्व उत्पादन में निरंतर आगे बढ रहे हैं,फिर भी अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। इस ओर हम सभी को मिलकर संकल्पित भाव से प्रयास करना होगा।

प्रारम्भ में दीपप्रज्ज्वलन के बाद विज्ञानसमिति के अध्यक्ष डॉ. एल.एल.धाकड ने अतिथियों का स्वागत किया। संस्थापक एवं मुख्य परामर्षक डॉ.के.एल. कोठारी ने विज्ञान समिति की ६० वर्षों की चरणबद्ध विकास यात्रा,विज्ञान प्रचार प्रसार, लोक विज्ञान प्रकाशन, यूआईटी से भूखण्ड आवंटन एवं भौतिक विकास, महिला सशक्तीकरण क्षेत्र म ईडारा के अंतर्गत सघन कार्य,वन विकास,ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वांगिण विकास, मशरुम,वर्मी कम्पोस्ट, मासिक प्रकाशन,राष्ट्रीय विज्ञान दिवस आदि से प्रारंभ कर वर्तमान प्रवृत्तियों की संक्षिप्त जानकारी दी।

प्रतिभा एवं विशिष्ट जन सेवा सम्मानः इस अवसर पर पूर्व जस्टिस कान्ता भटनागर को पुरुषार्थ सम्मान से, सेवामंदिर उदयपुर में कार्यरत श्रीमती पुश्पा झाला को महिला सशक्तीकरण हेतु दिया गया जिसके अंतर्गत प्रशस्ति-पत्र,सम्मानराशि, शॉल, साहित्य आदि प्रदानकर उन्हें सम्मानित किया गया। समिति की परम्परा के अनुरूप विशिष्टसेवा सम्मान से हिरएणर एक्सरे क्लिनिक के प्रबंध निदेशक डॉ. शैलेन्द्र हिरण, एवं विशिष्ट जन सेवा सम्मान मानव सेवा समिति एवं तारा संस्थान,उदयपुर को उनकी जनउपयोगी दीर्घकालीन सेवाओं के लिए प्रदान किया गया। समारोह में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की माध्यमिक परीक्षा में उदयपुर जिले में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली मेधावी छात्रा ज्योति सी.सै. स्कूल, फतहपुरा की सुश्री खुशीडांगी  को डिप्टी कमांडेंट तरुण गुप्ता अवार्ड एवं गणेश डागलिया परिवार द्वारा स्वर्णपदक, प्रशस्ति-पत्र,सम्मानराशि देकर प्रोत्साहित किया गया। इसी क्रम में सेंट एन्थोनीज सी.सै.स्कूल की शिक्षिका सरोज सिसोदिया को केबीसी में सामान्यज्ञान के श्रेश्ठ प्रदर्शन पर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान दिया गया तथा बाल साहित्यकार शिल्पी कुमारी को महादेवी वर्मा उदीयमान रचनाकार सम्मान से सम्मानित किया गया।

कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. महीप भटनागर ने बताया कि इस अवसर पर समिति को विशेष आर्थिक योगदान करने पर प्रधान संरक्षक सदस्य के रूप में डॉ. के.एल कोठारी, डॉ. आई.एल जैन,  राजेन्द्र चतुर, विशिष्ठ संरक्षक सदस्य के रूप में डॉ. एल.एल धाकड, डॉ. के.एल. तोतावत, राज लोढा, डॉ. तेज सिंह धाकड, संरक्षक सदस्य के रूप में  कांतिलाल जैन , पंडित लक्ष्मीनारायण गौड, श्रीमती चंद्रिका झोटा, एडवोकेट फतहलाल नागौरी,  एस एल गोदावत, डॉ. टी.सी. जैन , डॉ. रणजीत चौधरी,इंजि. एस.पी.मित्तल, , डॉ. जे.के दोशी, , डॉ. एल.के. कोठारी को सम्मानित किया गया। गत एक वर्श में विज्ञान समिति की आजीवन सदस्यता ग्रहण करने वाले विज्ञान समिति परिवार में ३७ सदस्यों का भी स्वागत किया गया। जिसमें प्रतिश्ठित चिकित्सक, व्यवसायी, इंजीनियर, प्रोफेसर, जज, वकील, अधिकारी वर्ग की की बहुलता रही। कार्यक्रम के अंत में महासचिव प्रकाश तातेड ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन समिति के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. के पी.तलेसरा ने किया।


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