उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन द्वारा रेल सम्पत्ति एवं रेल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये विशेष अभियान चलाये जा रहे है। जिसमें जुलाई माह में २७ महिलाओं व परिजनों तक पहुचाया गया तथा ३० बच्चों/महिलाओं को एनजीओं को सौपा गया। जुलाई माह में कुल ५८ लावारिस बच्चों/महिलाओं को उनके परिजनो/एनजीओ को सःकुशल सुपुर्द किया गया ह।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी श्री अभय शर्मा के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल सुरक्षा बल द्वारा रेलवे परिसर में विशेष अभियान चलाकर रेल सम्पत्ति, रेल*यात्रियों एवं रेलकर्मियों की सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध किये गये है। इसके साथ ही रेल सुरक्षा बल द्वारा यात्री मित्र बूथ का संचालन भी किया जा रहा है, जो जरूरतमंद*यात्रियों को वांछित जानकारी उपलब्ध करा रहा है। जुलाई माह के दौरान ६१९२ यात्रियों ने*यात्री मित्र बूथ से सूचना प्राप्त की,*०३ यात्रियों को व्हील चेयर की सुविधा एवं ०६ बीमार*यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
रेल अधिनियम के तहत् रेलवे सुरक्षा बल द्वारा जुलाई माह के दौरान अभियान चलाकर रेल सम्पति अधिनियम के तहत कुल ०९ मामलों में १३ बाहरी व्यक्तियों व ०१ रेलकर्मी को गिरफ्तार कर रेलवे अधिनियन की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत मामले दर्ज किये गये है तथा कुल ७५,२३८ रू० की राशि जुर्माना के*रूप में वसूल की गई। इसके साथ ही रेल अधिनियम के तहत अभियान चलाकर कुल ४१८४ व्यक्तियों को विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत मामले दर्ज कर अभियोजित किया गया, जिनसे ५,६४,८१५ रू० जुर्माना राशि वसूल की गई।
रेलवे स्टेशनों एवं रेल सम्पत्ति की सुरक्षा के लिये रेल सुरक्षा बल द्वारा निरन्तर विशेष अभियान चलाये जा रहे है। जिसमें रेलवे परिक्षेत्र में होने वाली गैर-कानूनी*घटनाओं में निरन्तर कमी आ रही है।