ईमानदार, निष्ठावान, कर्मठ कार्यकर्ता को खो दिया - कटारिया 

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Published on : 25 Aug, 19 15:08

भाजपा के संकट मोचक थे जेटली - कटारिया 

ईमानदार, निष्ठावान, कर्मठ कार्यकर्ता को खो दिया - कटारिया 

उदयपुर / अपनी 21 साल की छात्र राजनीति से  अपनी राजनीति सफल को शुरू करने वाले अरूण जेटली ने अपने जीवन में सिद्वांतों से कभी कोई समझौता नही किया और अपनी निष्ठा, ईमानदारी के साथ 45 साल तक देष की सेवा की। विचार धारा के आधार पर पार्टी को आगे बढाया और अपने जीवन में कभी सोचा भी नही था कि भाजपा का राज  आयेगा।  21 वर्ष की आयु में वे दिल्ली विवि के अध्यक्ष बने और 77 में आपात काल के दौरान वे 19 माह तक जेल में रहे लेकिन उन्होने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होने पार्टी से पहले देष को सर्वोपरि माना और पांच बार देष का आम बजट पेष किया और अपने जीवन में एक पैसे का काला दाग नही लगने दिया। भापजा पर जब भी कोई संकट आता तो उस समय संकट मोचक के रूप में जेटली को याद किया जाता था। उक्त विचार रविवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से पटेल सर्कल स्थित कार्यालय पर पूर्व वित मंत्री अरूण जेटली के आकस्मिक निधन पर आयेाजित श्रद्धांजलि सभा में प्रतिपक्ष नेता गुलाब चन्द कटारिया ने कही। उन्होने कहा कि देष हित में निर्णय लेने की उनमें अद्भूत क्षमता थी, एक देष एक टेक्स को मनमोहन सरकार लागू नही कर पायी वो निर्णय देष हित में जेटली ने लिया। उन्होने कहा कि हम सरकार में पुनः आये या न आये हमें यह निर्णय लेना हेागा इसी प्रकार काधे धन को बाहर लाने के लिए नोटबंदी की और पूरे देष में हाहा कार मच गया और मान लिया कि अब तो भाजपा गई लेकिन लोगो ने इन दोनेा निर्णय को समझा और 2019  में पुनः प्रचण्ड बहुमत के साथ भाजपा ने सरकार बनाई। कटारिया ने कहा कि वे एक बार जेटली के विभाग में कार्यरत किसी कार्यकर्ता के ट्रांसफर की सिफारिष के लिए गये लेकिन उन्होने दो टुक मना कर दिया और कहा कि कटारिया जी आज के बाद इस तरह के काम मेरे पास मत ले कर आना, वे अपने कार्य में किसी भी प्रकार की दखलअंदाजी पसंद नही करते थे वे व्यक्ति के गुणवत्ता के आधार पर आगे बढाने का कार्य करते थे। कटारिया ने कहा कि सौराहुबुद्धीन केस में मुझे और अमित शाह को दिल्ली बुलाया और बात की, सभी ने कहा कि इन्हे जमानत नही मिल सकती लेकिन जेटली ने कहा कि इसमें कई प्रकार की कमिया है और बिना गवाह के केस बनाया गया है और मुझे जमानत मिल गई। जेटली सर्व गुण सम्पन्न थे वे एक सफल राजनीतिज्ञ, सफल खेल प्रेमी, सफल वकील, सफल पत्रकार के साथ साथ कई गुण उनमें थे। 2019 के चुनावो में अपने स्वास्थ कारणों से चुनाव न लगने का स्वतः ही मना कर दिया और कहा कि वे पार्टी का काम करते रहेगे, वर्ना आज के समय कोई ऐसा व्यक्ति है जो चुनाव नही लडना चाहता है लेकिन जो काम कोई नही कर सकता वो उन्होने कर दिखाया। 
सभा को ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेष भटट्, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, महापौर चन्द्र सिंह कोठारी, प्रदेष मंत्री प्रमोद सामर, किरण जैन, प्रेमसिंह शक्तावत ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 
इस अवसर पर पारस जैन, मंडल अध्यक्ष मनोहर चैधरी, दीपक बोल्या, देवनारायण धाबाई, अमृत मेनारिया, गिरिष शर्मा, नंद लाल वेद, पूर्व उपमहापौर महेन्द्र सिंह शेखावत, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष किरण तातेड, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र भण्डारी, अरविंद जारोली, ओम प्रकाष चितौडा, रवि नाहर सहित कार्यकर्ताओ ने दो मिनिट रख कर जेटली केा पुष्पांजलि अर्पित की।
 


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