सरकारी संस्थाओं के औचक निरीक्षण का दौर नियमित जारी रहेगा

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Published on : 20 Aug, 19 05:08

जिला कलक्टर ने ई-निरीक्षण की समीक्षा बैठक में दिए प्रभावी निर्देश

सरकारी संस्थाओं के औचक निरीक्षण का दौर नियमित जारी रहेगा

चित्तौड़गढ़ / चित्तौड़गढ़ में सरकारी संस्थाओं की कार्यप्रणाली में सुधार तथा राजकीय सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिलाधिकारियों के माध्यम से लागू की गई ई-निरीक्षण की प्रक्रिया अब समयावधि में सीमित नहीं रहेगी बल्कि आकस्मिक निरीक्षण की यह प्रक्रिया हमेशा निरन्तर जारी रहेगी।

यह जानकारी जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार की अध्यक्षता में सोमवार को चित्तौड़गढ़ कलक्ट्री के समिति कक्ष में सम्पन्न ई निरीक्षण की समीक्षा बैठक में दी गई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) मुकेश कुमार कलाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू अवाप्ति) विनय पाठक, उप वन संरक्षक शशि शंकर, नगर परिषद के आयुक्त नारायणलाल मीणा सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

हर स्तर पर सख्ती से करें निरीक्षण

जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार ने ई निरीक्षण एप तथा जिलाधिकारियों से प्राप्त फीड बेक के बाद ग्रामीण अंचलों में विभिन्न विभागों से संबंधित सेवाओं में गुणात्मक सुधार लाने तथा कमजोर स्थितियों वाली सरकारी संस्थाओं में राज-काज को सुदृढ़ स्वरूप प्रदान करने के लिए विभागीय अधिकारियाेंं को सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

हर विभाग बनाए ठोस कार्ययोजना

जिला कलक्टर ने  ई निरीक्षण में सामने आयी खामियों को तत्काल ठीक करने और राजकीय सेवाओं में सुधार के लिए सभी संबंधित अधिकारियाेंं से कहा कि वे अपने विभागीय स्तर पर ठोस कार्ययोजना बनाकर समस्याओं का निस्तारण करें, राज्यकर्मियों की समय पाबंदी और समर्पित सेवाओं की अदायगी के लिए पाबन्द करने के बेहतर प्रबन्ध करें तथा  यह प्रयास करें कि सरकारी संस्थाओं का अधिक से अधिक लाभ जरूरतमन्दों को निरन्तर प्राप्त होता रहे।

निरन्तर चलता रहेगा आकस्मिक निरीक्षणों का दौर

जिला कलक्टर ने कहा कि कि ई निरीक्षण अब किसी समयावधि तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि जिन अधिकारियों को जो-जो ग्राम पंचायत क्षेत्र सौंपे गए हैं उनमें संचालित राजकीय संस्थाओं व जनोपयोगी सेवाओं का समय-समय पर आकस्मिक निरीक्षण निरन्तर करते रहें। इन निरीक्षणों को ई निरीक्षण एप पर अपलोड करने के साथ ही हर सप्ताह होने वाली समीक्षा बैठक में प्रगति प्रस्तुत करें।

सख्त रहें, लगाम कसें

जिला कलक्टर ने सभी जिलाधिकारियों से कहा है कि वे जिले भर में अपने विभाग से संबंधित संस्थाओं की गतिविधियों व सेवाओं पर पैनी नज़र रखें, व्यापक एवं गहन निरीक्षण का दौर बनाए रखें तथा राजकाज में ढिलाई बरतने वाले अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लगाम कसें। जिला कलक्टर ने चेतावनी दी कि इस कार्य में शिथिलता पाए जाने पर संबंधित विभागों के जिलाधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

नहीं बख्शा जाएगा लापरवाह व गड़बड़ियां करने वालों को

इसके साथ ही उन्हाेंने निर्देश दिए कि निरीक्षणों के दौरान लापरवाह, भ्रष्ट एवं अनियमितता बरतने वाले पाए जाने वाले अधिकारियों एवं राज्यकर्मियों के खिलाफ निलम्बन एवं चार्ज शीट जारी करने की कार्यवाही प्रस्तावित करते हुए जिला प्रशासन को रिपोर्ट दें ताकि राजकीय कर्तव्य के प्रति उदासीन अधिकारियों एवं कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सके।

जिला कलक्टर ने समीक्षा के दौरान श्रेष्ठ और खराब पाई गई राजकीय संस्थाओं की रिपोर्ट अधिकारियों से ली और कहा कि सामान्य और इससे निचले स्तर की संस्थाओं में सुधार के लिए विभागीय अधिकारी योजनाबद्ध प्रयास अमल में लाएं ताकि आगामी निरीक्षणों में बेहतर स्थिति सामने लाई जा सके।

ये दिए गए निर्देश

जिला कलक्टर ने स्कूलों तथा राजकीय संस्थाओं के भीतर एवं बाहरी परिसरों में साफ-सफाई, सुविधालयों की स्वच्छता एवं उपयोग सुनिश्चित करने, पेयजल टंकियों की नियमित सफाई एवं तिथि अंकन, गांवों मेें लगाए गए आरओ की उपयोगिता पर ध्यान देने, पेयजल के नमूने लेकर पानी की शुद्धता एवं फ्लोराईड़ की जांच कराने, जल स्रोतों के क्लोरीनेशन, अधूरे एवं खस्ता हाल स्कूल व आंगनवाड़़ी आदि भवनों को दुरस्त व पूर्ण करने, नवीन भवनोें में दरारों और छत से पानी टपकने की जांच करने, बच्चों की संख्या के अनुपात में कक्षा कक्षों का प्रबन्ध करने, सड़़कों की मरम्मत, आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषाहार में गुणात्मक सुधार लाने और इसकी पूर्ण उपयोगिता सुनिश्चित करने, ग्राम स्तरीय राज्यकर्मियों की मुख्यावास पर उपलब्धता, स्कूली दूध योजना में समय पर भुगतान करने, आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों का वजन तौलने वाली मशीनों की उपलब्धता, ई मित्र केन्द्रों को स्वीकृति वाले गांव में ही संचालित करने को पाबंद करने आदि के निर्देश दिए।

नियमों का हो अक्षरशः पालन

जिला कलक्टर ने सरकारी संस्थाओं में रेन हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर को प्रभावी बनाने, आधे-अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को पूर्ण कराने तथा इनके निर्माण में गुणवत्ता लाने, घटिया सामग्री प्रयोग करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करने, ब्लॉकस्तर से प्रभावी कार्यवाही कराने, उचित मूल्य दुकानों को निर्धारित पखवाड़ा  अवधि में खोलने पर ध्यान देने तथा पोस मशीन से निकलने वाली पर्चियों में से एक पर्ची उपभोक्ता को देने तथा दूसरी पर्ची राशन की दुकान में संग्रहित रखने की व्यवस्था को कठोरता से लागू करने आदि के निर्देश दिए।

निर्माण कार्यों पर रखें निगरानी, गुणवत्ता पर जोर

जिला कलक्टर ने विभिन्न अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्र व स्कूल भवनों की खराब हालत पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि यह भी सामने आया है कि जहां पुराने स्कूल हैं उनके भवन खराब हैं, छतें टपकती हैं और विद्यार्थियों के लिए अनुकूल बैठक व्यवस्था नहीं है जबकि कई नवीन स्कूल भवनों में भी घटिया निर्माण के कारण छतों से पानी टपकने और दरारों की स्थिति सामने आयी है।

शिक्षाधिकारियों से कहा- सख्ती बरतें

इस बारे में उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन पर ध्यान दें। जिला कलक्टर ने नए भवन व कक्षा कक्षों आदि के निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग के निरीक्षण के प्रति उदासीन रहने वाले संस्थाप्रधानों के निलम्बन और चार्ज शीट की कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश दिए और कहा कि यह सब एसडीएमसी की ढिलाई को सिद्ध करता है। जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि वे इस बारे में गंभीर रहें और जिला प्रशासन को वस्तुस्थिति से अवगत कराएं। जो भी काम हों, उनमें गुणवत्ता और उपयोगिता का पूरा-पूरा ध्यान रखा जाए।

बैठक में जानकारी दी गई कि ई-निरीक्षण के दौरान सामने आयी स्थितियों को लेकर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी(प्रारंभिक)  तथा महिला एवं बाल विकास विभागीय सीडीपीओ को नोटिस जारी किया गया जबकि जिला कलक्टर के निरीक्षण में गड़बड़िया पाए जाने पर स्कूल के प्रधानाध्यापक को पहले ही निलम्बित किया जा चुका है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर मुकेश कुमार कलाल एवं विनय पाठक ने एक-एक विभागीय अधिकारी से निरीक्षण अभियान के दौरान सामने आए निष्कर्षों की जानकारी ली और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कहा।


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