वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय का 12वॉ दीक्षांत समारोह सम्पन्न

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Published on : 19 Aug, 19 04:08

74 छात्र -छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं उपाधि प्रदान की गई

वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय का 12वॉ दीक्षांत समारोह सम्पन्न

कोटा  । वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय का 12 वॉ दीक्षांत समारोह शुक्रवार को श्रीनाथपुरम स्थित यूआईटी ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। 
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षण पद्धति का अपने आप में विशेष महत्व है। उच्च शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों का दायित्व हैं कि वे नई पीढी में देशभक्ति, उत्तरदायिक एवं अनुशासन के बुनियादी मूल्यों का समावेश करते हुए उनकों तैयार करें। इसके लिए शिक्षा की तीनों इंकाईया औपचारिक शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा और निरौपचारिक शिक्षा का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो पढ़ना और आगे बढना चाहते हैं परन्तु नौकरी या अन्य किसी कारण से नियमित महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में नहीं जा पाते हैं उनके लिए खुला विश्वविद्यालय किसी वरदान से कम नहीं है। 
उन्होंने कहा कि वर्तमान सदी ज्ञान की सदी हैं ऐसे मेें मुक्त विश्वविद्यालय इस समय हमारे देश में ही नहीं विश्व के विकसित और विकासशील देशों में शिक्षा प्रसार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। खुला विश्वविद्यालय को देश के उत्कृष्टतम शिक्षा केन्द्र में विकसित किया जाये ताकि जनसंख्या के बढ़े भाग को उच्च शिक्षा का अवसर प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों का कार्य शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाना ही नहीं बल्कि उसे नये-नये अनुसंधानों एवं नवाचारों के द्वारा समृद्ध करना भी है। प्रदेश के विश्वविद्यालय देश में अनुसंधान के श्रेष्ठ केन्द्रों  के रूप में विकसित हो। खुला विश्वविद्यालय शैैक्षिक चिंतन की विरासत को ध्यान में रखते हुए अपनी छवि का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी सामाजिक दायित्वों को जागृत करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में समय-समय पर कुछ विशिष्ठ कार्यक्रम प्रांरभ किये गये हैं उनके माध्यम से समाज के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकते हैं। उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि वे जीवन में हमेशा नया सीखने व जानने के लिए निरन्तर प्रयासरत् रहे ताकि देश और दुनिया के निज नये हो रहे बदलावों से रूबरू हो सकंेगे। 
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के हैं कि प्रत्येक विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्रों में नवाचारों एवं शोध के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाये। इसके लिए सरकार अपना भरपूर सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 48 महाविद्यालयों में से 10 महाविद्यालयों में केवल बालिकाओं की शिक्षा के लिए खोले गये है। उन्होंने कहा कि जब हमारे प्रदेश की हौनहार बेटिया शिक्षित होगी, आगे बढेगी तो निश्चित तौर पर प्रदेश में विकास के नये आयाम स्थापित होगे। उन्होंने कहा कि इसी सत्र से राज्य सरकार स्तर से हरदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय और डॉ. भीमराव अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय प्रांरभ किये गये। 
समारोह के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष प्रो. सी.बी. शर्मा ने कहा कि विद्य़ार्थी अपने प्राप्त किये गये ज्ञान का लाभ न सिर्फ स्वयं उठाये बल्कि राष्ट्र को सुदृढ बनाने में लगाये और उसे मानवता की भलाई में लगायें। 
74 छात्र -छात्राओं को वितरित किये मैडल एवं उपाधि 
12 वे दीक्षांत समारोह में 74 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं उपाधि प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. डॉ नीलिमा सिंह, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान भारत सरकार के अध्यक्ष प्रो. सी. बी. शर्मा ने प्रदान की। वधर्मान महावीर खुला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो डॉ. नीलिमा सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा स्नातकोत्तक कार्यक्रम के 46, स्नातक कार्यक्रम के 10, स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम के 9 एवं डिप्लोमा कार्यक्रम के 9 छात्र -छात्राओं को स्वर्ण पदक पहनाकर उपाधि प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती  रेणु श्रीवास्तव ने किया। 


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