पार्थिवपूजन अंतिम दिन ,मीराश्रम नाकोड़ा नगर थर्ड

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Published on : 11 Aug, 19 06:08

गौ उत्पाद को बढ़ावा देकर ही गौसंरक्षण एवं संवर्धन संभव है* *मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग निर्माण से आत्म विश्चास मजबूत #शिव आशुतोष एवं कल्याणकारी है

पार्थिवपूजन अंतिम दिन ,मीराश्रम नाकोड़ा नगर थर्ड

नाकोड़ा नगर थर्ड: मीराश्रम में आयोजित शिव पार्थिव निर्माण अनुष्ठान के अंतिम व तीसरे दिन दीदी मां  व भक्तो द्वारा कुल 26350 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण पूजन अभिषेक व विसर्जन हुआ। साथ ही साध्वीश्री अखिलेश्वरी दीदी मां ने पार्थिव अनुष्ठान के अंतिम दिन राष्ट्र सद्भावना के साथ गौ संरक्षण व संवर्धन का सन्देश देते हुए कहा कि यदि हम गौ से मिलने वाले उत्पाद का अधिक से अधिक उपयोग  करेंगे तभी गौ संरक्षण एवं संवर्धन का नारा भी सार्थक होगा। 

साध्वीजी ने बताया कि पार्थिवपूजन का मतलब है मन के समर्पण,श्रद्धा व विश्वास से मिट्टी को भगवान का रूप देना। हमारी आस्था मिट्टी को भी भगवान में बदल देती है। वैसे ही गौ सेवा करके भी भगवान श्रीकृष्ण की को भी पाया जा सकता है गौमाता से मिलने वाली हर वस्तु का उपयोग करे। पूजा के दौरान साध्वी जी ने मीराश्रम में "जय गोपाल गौशाला " के गौ उत्पाद गौमयधूपबत्ती  का शुभारंभ किया सभी भक्तों से कहा कि आप दैनिक जीवन मे सभी गौ उत्पादको का प्रयोग करना भी एक तरह से  गौ सेवा ही है।


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