कामकाजी महिलाएं बादाम खाएं

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Published on : 26 Jul, 19 08:07

कामकाजी महिलाएं बादाम खाएं

नई दिल्ली । जानीमानी आहार एवं पोषण विशेषज्ञों का मानना है कि कामकाजी महिलाओं-माताओं को परिवार की सेहत का ध्यान रखने के लिए अपने स्वास्य का खास ख्याल रखना जरूरी है।स्टूडियो एस्थेटिक की प्रबंध निदेशक एवं प्रख्यात अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की मां डॉ. मधु चोपड़ा, पोषण विशेषज्ञ शीला कृष्णास्वामी और आहार सलाहकार माधुरी रुइया ने गुरुवार को यहां एक पैनल र्चचा में कहा कि कामकाजी महिला सेहतमंद होगी तभी वह परिवार और परिजनों को तंदुरुस्त रखने में मदद कर पाएगी। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि वैसे तो सभी माताएं कामकाजी मां होती हैं, फर्क इतना है कि घरों में रहने वाली मां परिजनों के लिए हमेशा उपलब्ध रहती हैं और काम पर बाहर जाने वाली मां सदैव मौजूद नहीं रह पातीं। उन्होंने कहा कि भाग-दौड़ की जिंदगी में संतुलित नाश्ता सेहतमंद रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें बादाम एक बेहतर विकल्प है। रोजाना सुबह बादाम खाने की नियमित आदत से हम तंदुरुस्त रह सकते हैं।माधुरी रुइया ने कहा कि शहरी कामकाजी युवा माताओं को सेहतमंद बनाए रखने के लिए उचित पोषक तत्वों के भरपूर आहार और नियमित व्यायाम बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। बादाम एक स्वास्यवर्धक स्रेत है जिसके सेवन से सक्रिय रहा जा सकता है। यह विटामिन ई, कैल्शियम, अच्छे फैट, डाइटरी फाइबर और प्लांट प्रोटीन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का प्राकृतिक स्रेत है। यह स्वास्य को अच्छा बनाए रखने में मदद करता है। शीला कृष्णास्वामी ने कहा कि भारत में अब अधिकतर महिलाएं काम के लिए बाहर निकलने लगी हैं, वे अपने परिवार के स्वास्य और अन्य मदद के लिए पर्याप्त समय नहीं निकाल पाती हैं। उनका परिवार नाश्ते में क्या खा रहा है, इसको लेकर उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्यवर्धक नाश्ता परिजनों के स्वास्य के लिए अधिक पोषक विकल्प उपलब्ध कराता है। 


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