अधिकतम 21 व्यंजन, तलाक पर अंकुश ओर प्री- वेडिंग जैसी कुरूतियो पर जेसजीआईएफ मेवाड़ रीजन का "मंथन"

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Published on : 15 Jul, 19 06:07

अधिकतम 21 व्यंजन, तलाक पर अंकुश ओर प्री- वेडिंग जैसी कुरूतियो पर जेसजीआईएफ मेवाड़ रीजन का "मंथन"

उदयपुर। जैन सोशल ग्रुप इंटरनेशनल फेडरेशन मेवाड़ रीजन की ओर से रविवार को उदयपुर के महाप्रज्ञ विहार में मंथन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में समाज के प्रबुद्ध जनों सहित रीजन के पदाधिकारियों ने सकल जैन समाज के उद्धार, उत्थान और विकास को लेकर परिचर्चा की। कार्यक्रम में रीजन चेयरमैन आरसी मेहता ने समाज में बढ़ते तलाक के मुद्दों पर अंकुश लगाने और परामर्श केंद्र स्थापित करने की बात कही, वहीं रीजन के वाइस चेयरमैन अनिल नाहर ने समाज में आयोजित मांगलिक कार्यक्रमों में 21 से अधिक व्यंजन नहीं बनाने की मुहिम पर जोर दिया। इसके साथ ही प्री- वेडिंग जैसी कुरीतियों को समाज से दूर करने पर भी विचार विमर्श हुआ । सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत ने कहा कि इन सभी समस्याओं के निराकरण के लिए समाज के सभी धड़ों को एक मंच पर आकर एकजुटता के साथ आने वाले 3 महीने बाद एक और चर्चा कर रणनीति बनाई जाएगी। इस दौरान एमपीयूएटी के पूर्व वाइस चांसलर शांतिलाल मेहता ने समाज के युवाओ को केरियर काउंसलिंग कर अच्छे भविष्य की ओर अग्रसर करने ओर कौशल विकास से जोड़ने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन रीजन के सचिव अरुण मांडोत ने किया। कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पारस सिंघवी, समाजसेवी केएस मोगरा, सूर्यप्रकाश मेहता, प्रकाश पगारिया, नरेंद्र सिंघवी, इलेक्ट चेयरमैन मोहन बोहरा,निवर्तमान चेयरमैन, इंटरनेशनल डायरेक्टर डॉ. आरएल जोधावत, वाइस चेयरमैन पंकज माण्डावत, संयुक्त सचिव सुरेंद्र कोठारी, जितेंद्र हरकावत, कोषाध्यक्ष सुभाष मेहता,पीआरओ प्रबंध महेश पोरवाल, पीआरओ हिमांशु मेहता सहित सकल जैन समाज के प्रबुद्ध नागरिक जेएसजी ग्रुप्स के पदाधिकारियों, ग्रुप अध्यक्ष संस्थापक अध्यक्ष, कमेटी चैयरमेन व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।


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