उदयपुर,श्री जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक जिनालय समिति द्वारा हिरणमगरी से. 4 स्थित शंातिनाथ सोमचन्द्र सूरी आराधना भवन में आयोजित होने वाले चातुर्मास के लिये आज मुनि भाग्यसुंदर महाराज एवं दर्शन सुंदर महाराज का धूमधाम से प्रवेश हुआ।
चातुर्मास के मुख्य लाभार्थी सुशील कुमार बांठिया ने बताया कि वर्षावास के लिये प्रातः साढे आठ बजे हिरणमगरी कुंभानगर स्थित तुलसी निकेतन प्रवेश यात्र प्रारम्भ हुई,जो विभिन्न मार्गो से होती हुई चातुर्मास स्थल पर पंहुची।
आराधना भवन में आयोजित प्रवचन सभा में बोलते हुए मुनि भाग्यसुंदर महाराज ने कहा कि बहुत मुश्किल से प्राप्त हुए इस मनुष्य भव को परमात्मा की भक्ति में लगायें और अपने इस भव को सुधार कर नर से नारायण बनने का प्रयास करें। मुनि दश्र्ान सुंदर महाराज ने कहा कि इस भव में परमात्मा के वचन का श्रवण करें, उन वचनों पर श्रद्धा से पालन करें और वचन के अनुसार शुद्ध आचरण कर अपने भव को पार लगायें।
इस अवसर पर धर्मसभा के मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि संतो का सानिध्य हर किसी के भाग्य में नहीं होता है। संतो के बतायें अनुसार मार्ग का अनुसरण करेंगे तो निश्चित रूप से हमारा जीवन सुधर जायेगा। इस अवसर पर सभा को महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने भी संबोधित किया। समारोह के विशिष्ठ अतिथि श्री जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक श्री संघ नूतन उपाश्रय के अध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र हिरण,समाजरत्न किरणमल सावनसुखा,राज लोढा,भूपालसिंह दलाल,मनोहरसिंह नलवाया सहित अनेक समाजसेवी मौजूद थे। धर्मसभा के पश्चात स्वामीवात्सल्य का आयोजन रखा गया जिसके लाभार्थी सम्पत बाई आशालता जैन थे।