अधिक से अधिक पौधारोपण करें, प्रकृति से संतुलन बनाकर चलें

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Published on : 13 Jul, 19 06:07

अधिक से अधिक पौधारोपण करें, प्रकृति से संतुलन बनाकर चलें

झालावाड । जल शक्ति अभियान के सेन्ट्रल डिस्ट्रिक्ट नोडल ऑफिसर एवं उपभोक्ता मामलात विभाग के संयुक्त सचिव अमित मेहता, जल आयोग के ब्लॉक नोडल ऑफिसर एवं किसान कल्याण मामलात के उप सचिव कैलाश चौधरी एवं केन्द्रीय जल आयोग के निदेशक शरद चन्द्र ने भारत सरकार द्वारा संचालित जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत शुक्रवार को ट्रीटमेन्ट प्लान्ट सहित जल स्रोतों का निरीक्षण किया।

इस दौरान पंचायत समिति सुनेल कार्यालय में सरपंचों एवं ग्राम सचिवों की बैठक का आयोजन भी किया गया। बैठक में जल संरक्षण एवं पौधारोपण कार्य में आमजन की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने, लक्ष्य निर्धारित करने, वर्षा जल को सहेजने एवं वृहद स्तर पर पौधारोपण करने के संबंध में चर्चा की गई।

   बैठक में जल शक्ति अभियान के केन्द्रीय नोडल अधिकारी ने कहा कि हवा, पानी दूशित कर हम प्रकृति से खिलवाड न करें। अधिक से अधिक पौधारोपण करें, प्रकृति से संतुलन बनाकर चलें। वहीं पुराने जलाशयों का जीर्णोद्धार कर उन्हें उपयोग में लें। ग्राम से लेकर जिला स्तर तक जल शक्ति अभियान से अधिक से अधिक लोग जुडें और इसे जल आंदोलन का रूप दें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार १ जुलाई से १५ सितम्बर तक अभियान के प्रथम चरण में पानी की कमी से जूझ रहे देश के २५७ जिलों में जल शक्ति अभियान जनभागीदारी से चला रही है। उन्होंने आमजन से इस अभियान को सफल बनाने की अपील भी की।

   जिला परिशद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी ने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए जल रैली एक गांव से दूसरे गांव होते हुए निकले। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को जल की महत्ता के बारे में बताकर आने वाली पीढी के लिए उसका सरंक्षण किया जाए।

   पंचायत समिति सुनेल के प्रधान कन्हैयालाल पाटीदार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल समस्या के प्रति गम्भीर हैं। उन्होंने आमजन को जल के प्रति जागरूक करने के लिए जल शक्ति अभियान प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि बढती जनसंख्या, गिरता भू-जल स्तर हम सभी के लिए चिंता का विशय है। इसलिए अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुडकर इसे राश्ट्रीय आंदोलन का रूप प्रदान करें। बैठक में उपस्थित सरपंचों ने भी जल की महत्ता एवं उसे बचाने के उपायों से केन्द्रीय दल को अवगत कराया।

   केन्द्रीय दल द्वारा गागरोन रोड स्थित आरयूआईडीपी द्वारा संचालित ६ एमएलडी ग्रे वॉटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट का निरीक्षण किया। इसके पश्चात् पंचायत समिति सुनेल की ग्राम पंचायत सेमला में महात्मा गांधी राश्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना अंतर्गत संपादित कार्य ट्रेडिशनल वाटर बॉडिज का निरीक्षण किया। यहां केन्द्रीय दल सहित जिला परिशद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी एवं अन्य अधिकारियों, ग्रामीणों द्वारा श्रमदान किया गया।

इसके पश्चात् ग्राम सुनेल में प्राचीन रामजी की बावडी का अवलोकन किया और देखा कि पूर्व में प्राचीन लोगों द्वारा किस प्रकार से वर्षा जल का संचयन कुए व बावडयों के माध्यम से किया जाता था। इस दौरान विकास अधिकारी देवेन्द्र सिंह, आरयूआईडीपी के कनिश्ठ अभियंता प्रवीण चौधरी, नगर परिशद् आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया, सहायक अभियंता रमेश वर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।


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