उदयपुर । श्री जैन श्वेताम्बर वासुपूज्य मंदिर ट्रस्ट सूरजपोल स्थित दादाबाडी में छत्तीसगढ रत्न शिरोमणि महतरा पद से विभूषिता की शिष्या साध्वी अभ्युदया श्रीजी, साध्वी स्वर्णोदया श्रीजी और सत्योदया श्रीजी के सानिध्य में १२०० श्रावक-श्राविकाओं को एक ही दिन में एक साथ दीक्षित करने वाले आचार्य जिनदत्तसूरी महाराज की ८६५ वीं पुण्यतिथि पर आज सभा हुई एवं बडी पूजा पढाई गई।
इस अवसर पर साध्वी अभ्युदयाश्री ने कहा कि आचार्य जिनदत्त्सूरी ऐसे अवतारी गुरूदेव थे जिन्होंने एक ही दिन में १२०० श्रावक-श्राविकाओं को एक साथ दीक्षित करने वाले वे एक मात्र आचार्य थे।
चातुर्मास संयोजक राजकुमार लोढा ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित पूजा में सैकडों श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लेकर आचार्य के प्रति अपनी गुरू भक्ति प्रदर्शित की।
प्रतापसिंह चेलावत ने बताया कि संायकाल सभी के लिये स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया गया।