स्वामीजी समतावादी समाज के स्वप्नदृष्टा थे

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Published on : 05 Jul, 19 10:07

स्वामीजी समतावादी समाज के स्वप्नदृष्टा थे

उदयपुर  । नारायण सेवा संस्थान में गुरूवार को स्वामी विवेकानन्द की पुण्य तिथि पर आयोजित गोष्ठी में पद्मश्री कैलाश ‘मानव‘ ने कहा कि स्वामीजी के समता के सिद्धान्त से पुरी दुनिया प्रभावित थी। उन्होंने एक ऐसे समाज की कल्पना की जिसमें धर्म, जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर मनुष्य से कोई भेद नही किया जाये। उन्होंने १८९३ में अमेरिका में भारतीय चिन्तन और दर्शन को लेकर जो संदेश दिया उसे पुनः यह पुष्ट हुआ, कि भारत ही दुनिया को जगद्गुरू के रूप में नई रोशनी देने में समर्थ है।


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