दर्शन मात्र से प्रभुभक्ति के वचन के साथ अखण्ड गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ संपन्न

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Published on : 17 Jun, 19 08:06

दर्शन मात्र से प्रभुभक्ति के वचन के साथ अखण्ड गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ संपन्न

 

निम्बाहेडा। सर्वधर्म समभाव के प्रतीक मेवाड के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ पर सिंधी और सिख समाज की ओर से चतुर्दश कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय गुरू ग्रंथ साहिब का अखण्ड पाठ रविवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया जिसमें चित्तौड़गढ़ से ज्ञानी करनेल सिंह तथा बुंदी से पाठी मंगलसिंह, रेशमसिंह, राजेन्द्र सिंह तथा रविन्द्र सिंह ने गुरूग्रंथ साहिब ने अखण्ड पाठ करते हुए शबदकीर्तन और अरदास करके महाकुंभ की भव्यता के साथ सफलता की कामना की। इस मौके पर गुरूग्रंथ साहिब से निकले वचन में भी बताया गया कि जिनके दर्शन मात्र से न केवल पाप धुल जाते है बल्कि प्रभु तक पहुंचने का मार्ग भी मिल जाता है। ऐसे गुरू की संगत करने से श्रद्धालु को मोक्ष की प्राप्ति होती है। पाठ के समापन पर भोग साहिब के साथ कणहा प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने वेदपीठ पर सजे दीवान पर मत्था टेक कर अरदास करते हुए सर्वत्र सुख समृद्धि एवं मंगल की कामना की। वहीं वेदपीठ के न्यासियों द्वारा ज्ञानी एवं पाठियों का तुलसी माला एवं उपरना ओढाकर अभिनंदन किया गया।
स्वर्ण आभा में चमक उठा वेदपीठ
चतुर्दश कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में प्रथम बार कल्लाजी का मंदिर स्वर्ण आभा में ऐसा चमक रहा है मानो ठाकुर जी का दरबार स्वर्णजड़ित होकर सभी को बरबस ही आकर्षित कर रहा हो। जिन लोगों ने पूर्व में इस मंदिर को बाहर से देखा है उन्हें नया स्वरूप देखने पर अनूठे आकर्षण के साथ ठाकुर जी की भव्यता की अनुभूति हो रही है।
मार्कण्डेयपुरम् निरूपित हुआ वेदपीठ परिसर
इस वर्ष कल्याण महाकुंभ के तहत प्रथम बार मार्कण्डेयपुराण की कथा होने के साथ ही समुचे वेदपीठ परिसर को महर्षि मार्कण्डेय के नाम से मार्कण्डेय नाम से विभुषित किया गया है। वहीं कथा मण्डप को विंध्याचल पर्वत में तपस्या के साथ ग्रंथो की रचना करने वाले महर्षियों की स्मृति में विंध्याचल कथा मण्डप तथा 51 कुण्डीय सहस्त्रचण्डी महायज्ञ के लिए बनाई जा रही यज्ञशाला का नामकरण भुवनेश्वरी यज्ञशाला निरूपित किया गया है। वेदपीठ परिसर सहित कथा मण्डप एवं यज्ञशाला के नामकरण भी लोगों के लिए अजूबा होने के साथ ही पौराणिक भावना के अनुरूप प्रेरणादायी होंगे।
मंदिरो व देवालयो में ने भावभरा निमंत्रण
चतुर्दश कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में रविवार को कल्याण नगरी के लगभग 135 मंदिरो व देवालयो में वेदपीठ की ओर से पुष्प, अक्षत, सुपारी, दीपज्योति व इत्र के साथ वहां विराजित देवी देवताओं एवं उनके पुजारियो को कल्याण महाकुंभ में भागीदारी का भावभरा आमंत्रण दिया।
सामुहिक नवकार मंत्र जाप आज
सकल जैन समाज की ओर से आज  वेदपीठ परिसर में सामुहिक नवकार मंत्र जाप किये जायेंगे। वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि पीठ की परंपरा अनुसार सभी धर्मानुयायियों एवं समाजों को जोडने की भावना के साथ विभिन्न अनुष्ठान एवं कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। इसी कडी में जैन समाज द्वारा आज सामुहिक नवकार मंत्र जाप किये जायेंगे।
आध्यात्मिक जनजागरण वाहन रैली आज
चतुर्दश कल्याण महाकुंभ के भव्य आयोजन की पूर्व संध्या पर आज वेदपीठ परिसर से वीर वाहिनी के बालको एवं कल्याण भक्तो द्वारा कल्याण नगरी में आध्यात्मिक जनजागरण के लिए विशाल वाहन रैली निकाली जायेगी। वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि केसरिया ध्वज एवं मालवी ढोल के साथ लगभग 250 दोपहिया एवं चैपहिया वाहनो को संध्या वेला में केसरिया ध्वज दिखाकर रवाना किया जायेगा। यह वाहन रैली शहर के प्रत्येक गली मोहल्ले में ठाकुर जी के जयकारे के साथ नगरवासियों को महाकुंभ में भागीदारी का आव्हान करते हुए पुनः वेदपीठ परिसर में संपन्न होगी।
सातो दिन भजन संध्या
कल्याण महाकुंभ के दौरान सातो दिन मनभावन भजन संध्याओं का आयोजन किया जायेगा जिसके तहत 18 जून को मानस मण्डल द्वारा सुंदरकाण्ड, 19 को विराट कवि सम्मेलन में राष्ट्र वंदना के रूप में योगेन्द्र शर्मा, मुकेश मौलवा, सिदार्थ देवल, दीपिका माही, अरविंद शर्मा, सुमित ओरछा, सोहन चैधरी, विनोद सोनी, शांति तूफान सहित अन्य कवि अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे, 20 को गणेश मित्र मण्डल नीमच, 21 को श्याम रंगीला बजरंग मित्र मण्डल, 22 जून को पूज्य श्री झुलेलाल जी के वंशजो द्वारा बहिराणा साहिब दिव्य ज्योति दर्शन एवं भजनामृत 23 को गोपाल पंचाल, 24 को मारवाड के प्रसिद्ध लोक भजन गायक प्रकाश माली की भजन संध्या का भव्य आयोजन होगा।


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