साउथम्पटन । पिछले कुछ वर्षो में इंग्लैंड के लिये वेस्टइंडीज सबसे आसान प्रतिद्वंद्वी रहा है, लेकिन शुक्रवार को विश्वकप मैच में जब ये दोनों टीमें आमने सामने होंगी तो इयोन मोर्गन की अगुवाई वाली टीम किसी भी तरह की ढिलायी से बचना चाहेगी क्योंकि कैरेबियाई दल कुछ पल में मैच का पासा पलटने में सक्षम है। इंग्लैंड को पाकिस्तान से हार के बाद खुद के अंदर झांकने का मौका मिला और उसने बांग्लादेश के खिलाफ हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन करके बड़ी जीत दर्ज की। दूसरी तरफ से वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को आसानी से शिकस्त दी लेकिन आस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर स्थिति में होने के बावजूद उसे हार मिली। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसका मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। वेस्टइंडीज का सामना अब उस इंग्लैंड से है, जिससे वह पिछले कुछ वर्षो से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। इन दोनों टीमों के बीच जो 101 वनडे खेले गये हैं, उनमें 51 में इंग्लैंड और 44 में वेस्टइंडीज ने जीत दर्ज की है लेकिन पिछले दस वर्षों में खेले गये 19 मैचों में कैरेबियाई टीम केवल तीन में जीत हासिल कर पायी है। इंग्लैंड ने इनमें से 14 मैच में जीत दर्ज की है और वह अपना यह दबदबा बरकरार रखने की कोशिश करेगा। इंग्लैंड का मजबूत पक्ष उसकी बल्लेबाजी है। उसके शीर्ष सात बल्लेबाज अकेले दम पर मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं।