कोटा | कोटा की भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने आज बड़ी सफलता हांसिल करते हुए बेरोजगार व गरीब लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देने वाले फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जिसने एक दर्जन वारदातें करना व लाखों रूपये हड़पना स्वीकार किया। पुलिस की गिरफ्त में आया ये शातिर फर्जी अधिकारी अधैड़ उम्र वाला भंवरलाल पुत्र नारायण जाति धोबी, हाल निवासी संतोषी नगर कोटा एवं स्थाई निवासी बारां जिले के छबड़ा का हिस्ट्रीशीटर भी है। जिसके ऊपर करीब ढाई दर्जन से अधिक मुकदमें विभिन्न थानों मंे दर्ज हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से 6 सिम, 5 आईडी कार्ड, एक फाईल व 3 टाई बरामद की है जिनको फर्जीवाडा करनें स्तेमाल किया जाता था। पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में ज्ञात हुआ है कि आरोपी चतुर्थ श्रेणी का सरकारी कर्मचारी था जोकि धोखाधड़ी के आरोप मे नौकरी से निकाल दिया गया था।
आरोपी भंवरलाल दिमाग को इतना तेज तर्रार था कि उसका रहन सहन हमेंशा हाई-फाई रहता था, जोकि सूटबूट में टाई व चश्मा लगाकर टैक्सी किराये पर लेता और नौकरी के इच्छुक बेरोजगार लोगों के घरों पर जाता और अपने आपको सरकारी विभाग में बड़ा अधिकारी बताकर लाखों रुपए ऐंठकर फरार हो जाता। कभी बून्दी में जज का पीए बताकर विश्वास करवाता तो कभी रोडवेज, सरकारी अस्पताल, कोर्ट में जज, कोषाधिकारी आदि बनकर धोखाधड़ी की वारदात को सुनियोजित तरीके से अंजाम देता। लोगों को विश्वास दिलाने के लिए सर्किट हाउस व कलेक्ट्रेट बुलाता और वहां कई बार अंदर-बाहर की चक्कर लगाता जिससे सामने वाले को यह अहसास होने लगता कि वाकई में यह कोई बड़ा अधिकारी हो सकता है। इतना ही नहीं ये फर्जी अधिकारी बना हिस्ट्रीशीटर बेरोजगार महिलाओं को चतुर्थश्रेणी की सरकारी नौकरी का झांसा देकर जयुपर तक भी ले गया जहां अधिकारियों के मीटिंग में व्यस्त होने की बात कहकर लाखों की रकम और कागजात लेकर चंपत हो जाता।