पर्यावरण के घटकों को प्रदुषण से मुक्त रखने के लिए नियमों की पालना कराये-जिला कलक्टर

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Published on : 13 Jun, 19 09:06

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल,कोटा

पर्यावरण के घटकों को प्रदुषण से मुक्त रखने के लिए नियमों की पालना कराये-जिला कलक्टर

जिला कलक्टर मुक्तानन्द अग्रवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकारी टीम भावना से कार्य करते हुए पर्यावरण के घटकों को प्रदुषण से मुक्त रखने के लिए नियमों की पालना सुनिश्चित करायें। 
जिला कलक्टर बुधवार को टैगोर सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण समिति की बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रत्येक घटक को विशेष ध्यान देते हुये प्रदुषण मुक्त रखने की आवश्यकता है। इसके लिए संबंधित विभाग नियमों की कठोरता से पालना करते हुये पर्यावरण हित में कदम उठाये। उन्होंने बिन्दुवार समीक्षा करते हुये चम्बल नदी में गिरने वाले सभी नालों के पानी को ट्रीटमेंट करने के लिए  प्रस्तावित प्लान को शीघ्र लागू करने तथा नगर निगम को अस्थायी रूप से नालों में बहकर जाने वाली प्लास्टिक एवं अन्य सामग्री जाल लगाकर पानी के बहाव से अलग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नगर निगम ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्रस्तावित कार्य योजना को शीघ्र लागू करें एवं पर्यावरण के अनूकुल उसके निस्तारण के लिए आवश्यक शर्तों का पालन करें। उन्होंने नया डम्पिंग यार्ड का चिन्हिकरण कर घर-घर से कचरा संग्रहण के समय ही उसका विभाजन करते हुये गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग पात्रों में रखने के लिए लोगों को प्रेरित करने के निर्देश दिये। 
जिला कलक्टर ने कहा कि औद्योगिक इकाईयों में पत्थर कटिंग के बाद बचने वाली स्लेरी का पुनः उपयोग कर सामग्री का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें। जिससे आम नागरिक स्लेरी से बनी सामग्री को क्रय कर सके। उन्होंने कहा कि राजकीय कार्यालयों के निर्माण में भी स्लेरी से बनी टाइल्स व अन्य सामग्री के उपयोग के लिए रीको प्रस्ताव तैयार करे जिसकों राज्य सरकार को भिजवाया जाएगा। उन्होंने खनन क्षेत्रों में लीज जारी करते समय लागू की गई शर्तों की पालना सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर निरीक्षण करने तथा प्रत्येक खनन क्षेत्र में आगामी वर्षा ऋतु में पौधारोपण का लक्ष्य तय कर सभी उद्यमियों को प्रेरित करने के निर्देश दिये। 
उन्होंने वायु प्रदुषण को कम करने के लिए निर्धारित मानकों की पालना के लिए औद्योगिक इकाईयों, वाहनों के समय-समय पर निरीक्षण कर नियमों की पालना सुनिश्चित करने एवं प्रदुषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारियों को शहर में विभिन्न स्थानों पर लगाये हुये प्रदुषण मानकों की जांच यंत्रों की रिपोर्ट का आंकलन कर जांच करने के निर्देश दिये। उन्हांेने कहा कि बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए टेण्डर प्रक्रिया को नियमानुसार समय पर पूरा कर सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्हांेने कहा कि सभी विभाग आगामी वर्षा ऋतु में सघन पौधारोपण की कार्ययोजना तैयार कर उनकी देखभाल के लिए भी आवश्यक प्रबंध पूरे करें। 
अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन वासुदेव मालावत ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान में लगे हुये पूराने पौधों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर वन विभाग के अधिकारी इस प्रकार की डिजाईन का सुझाव दे जिससे विकास कार्यों व सडक निर्माण के समय उनकों इस प्रकार का डिजाईन छोडी जाये जिससे पर्याप्त पानी एवं तने को बढने के लिए स्थान मिल सके। उन्होंने आरएसएलडीसी के माध्यम से सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का भी सुझाव दिया। 
एसीएफ तरूण मेहरा ने पर्यावरण समिति की बैठक में पिछली बार लिये गये निर्णय की पालना एवं नवीन प्रस्तावों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आगामी वर्षा ऋतु में पौधारोपण के लिए वन विभाग पर्याप्त संख्या में पौधे तैयार किये गये है। इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम नरेन्द्र गुप्ता, उप सचिव यूआईटी अशोक मीणा, खनिज, शिक्षा, प्रदुषण नियंत्रण मंडल एवं औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 


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