फतेह सागर की पाल पर मनाया गया विश्व दुग्ध दिवस

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Published on : 03 Jun, 19 05:06

फतेह सागर की पाल पर मनाया गया विश्व दुग्ध दिवस

उदयपुर। राजकीय पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा फतेहसागर की पाल पर  विश्व दुग्ध दिवस का आयोजन किया गया। संस्थान के उपनिदेशक डॉ. राकेश पोखरना ने बताया कि इस कार्यक्रम मे विज्ञान समिति  उदयपुर, सेवा समिति उदयपुर, अणुव्रत समिति उदयपुर एवं गणमान्य व्यक्तियो ने  कार्यक्रम को सफल बनाने मे सहयोग किया। वन विभाग के वन संरक्षक राहुल भटनागर ने इस अवसर पर कहा कि प्रकृति ने मनुष्य केा सम्पूर्ण आहार के रुप मे पशुओ का दुग्ध को उपहार के रुप मे दिया है। हमे दूध का नियमित सेवन कर कुपोषण से बचना चाहिये। देवस्थान के उपायुक्त दिनेश कोठारी ने इस अवसर पर कहा कि पशुओ मे गाय , भैंस के अतिरिक्त बकरी एवं उंटनी के दूध के भी औषधिय गुणो के कारण निरंतर इसकी मांग बढती जा रही है। निश्चित रुप से पशुओ के दूध मे पोषक तत्वो की भरमार होती है जो कि मनुष्य शरीर के लिए आवश्यक होते है। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष गणेश डागलिया ने इस अवसर पर बताया कि मानव को स्वस्थ एवं दीर्घायु रहने के लिए उसकी जीवनशैली पर निर्भर करती है। अतः व्यक्ति को अपने खानपान पर अधिक ध्यान रखना चाहिये। दुध अमृत तुल्य है इसके नियमित सेवन कर मनुष्य रोगो से अपने आप को मुक्त रख सकता है। सेवानिवृत संयुक्त निदेशक डॉ. योगेश जोशी ने इस अवसर पर कहा कि बच्चे के जन्म से ही उसे सम्पूर्ण आहार के रुप मे दुग्ध की आवश्यकता होती है व बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिये दूध एक रामबाण औषधि है। आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक राजेन्द्र जैन ने दुध के प्रति लोगो का रुझाान कम होने पर केल्शियम की कमी से होने वाले रोगो की र्नरन्तर बढती संख्या पर चिन्ता जाहिर की। विज्ञान समिति के संस्थापक व संरक्षक कुन्दन लाल कोठारी ने देशी गाय के दुध से अवगत कराते हुए इसके नियमित सेवन करने पर जोर दिया। संस्थान के डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने विश्व दूध दिवस के उद्देश्यो की जानकारी देते हुए कहा कि  ‘‘ दूध एक सम्पूर्ण आहार होने कारण पूरे विश्व मे दूध को वैश्विक आहार के रुप मे मान्यता मिलें ‘‘ इस का प्रयास किया जा रहा है। डॉ. छंगाणी ने दूध मे पाये जाने वाले पोषक तत्वो की जानकारी देते हुए बताया कि शरीर को स्वस्थ व निरोगी बने रहने के लिए बौद्धिक व शारीरिक विकास के लिए दूध मे पाये जाने वाले तत्वो की नितान्त आवश्यकता है।पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. ललित जोशी ने इस अवसर पर स्वच्छ व अधिक दूध उत्पादन के प्रति प्रेरित किया। पशुधन के अनुपात मे पशु दुग्ध उत्पादन करने के लिए विभागीय कार्यक्रमो की गतिविधियो को सफलतापूर्वक कि्रयान्वयन करने पर जोर दिया। इस अवसर पर मेवाडी हास्य कवि दाडमचन्द दाडम ने भी अपनी हास्य कविताओ से लोगो को खूब हंसाया। इस अवसर पर संस्थान द्वारा प्रकाशित ‘‘ दूध एक सम्पूर्ण आहार है। ‘‘ लिफलैट का विमोचन अतिथियो से कराकर इसका वितरण किया गया। संस्थान के उपनिदेशक डॉ. राकेश पोखरना ने बताया कि अतिथियो द्वारा विश्व दूध दिवस पर केक काटकर सभी को इसकी शुभकामनायें व बधाई दी। पशुपालन के विद्यार्थियो ने दूध श्लोगन के माध्यम से आमजन को दूध के सेवन के प्रति जागरुक किया। इस अवसर पर अनुमानित १२०० लोगो को फ्लेवर्ड मिल्क पिलाकर दूध से होने वाले लाभ के प्रति जागरुक किया। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी व डॉ. सुरेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर उपनिदेशक डॉ. शरद अरोडा, डॉ. सुरेश जैन, डॉ. दिनेश शारडा, अशोक कुमार यादव, डॉ. के. पी. तलेसरा, डॉ. पदमा मील, डॉ. अविनाश मेश्राम, डॉ. ओमप्रकाश साहू, डॉ. महेन्द्र मेहता, डॉ. षक्ति सिह डॉ. अनुपमा दीक्षित, डॉ. हंसकुमार जैन सहित कई विभागीय अधिकारी, कर्मचारी एवं स्वयंसेवी संस्थाओ के सदस्यगण व पशुपालन डिप्लोमा के विद्यार्थियो सहित ३५० से भी अधिक लोग उपस्थित थे।         

 


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