उदयपुर। पुलिस थाना बाबलवाड़ा क्षेत्र से पलाईता हुई एक नाबालिग को बाल कल्याण समिति ने राजकीय किशोरी ग्रह में अस्थाई आश्रय दिया बालिका ने अपने माता-पिता पर जबरन उसका बाल विवाह करवाने तथा उसका पड़ोसी गांव में बेचान कर देने का गंभीर आरोप लगाया।
बाल कल्याण समिति सदस्य हरीश पालीवाल ने बताया कि पुलिस थाना बाबल वाड़ा द्वारा शाम को एक नाबालिक बच्ची को उनके निवास पर प्रस्तुत किया गया बच्ची से बातचीत में यह तथ्य उजागर हुआ बालिका ने बताया कि उसके मां बाप उसका जबरन बाल विवाह कराने पर आमादा है यह बातचीत सुनने पर वह अपने घर से पलायन कर पहाड़ा होते हुए विजयनगर पहुंच गई जहां वह मजदूरी कर रही थी इस बीच माता-पिता द्वारा पुलिस में प्रकरण दर्ज करा दिए जाने के कारण पुलिस ने उसे दस्तीयाब किया।
पुलिस थाना में अपने मां बाप को आमने सामने देखकर बालिका भयभीत हो गई और फफक कर रो पड़ी और उसने किसी भी स्थिति में मां बाप के साथ जाने से इंकार किया। बालिका की परिस्थितियां देखकर पुलिस थाना के हेड कांस्टेबल कॉस्टेबल जीवन नाथ ने बालिका को माता-पिता के साथ बाल कल्याण समिति ज्ञानपीठ के समक्ष प्रस्तुत किया। पालिका से बातचीत करने के बाद सदस्य न्याय पीठ हरीश पालीवाल ने बालिका को जेजे एक्ट की धारा दो बटा 14 के तहत विशेष देखभाल एवं संरक्षण वाला बालिका मन कर रहा है उसे राजकीय किशोरी ग्रह में प्रवेश दिया।
मां बाप को किया पाबंद
सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत बालिका बाप के बीच संवाद कायम नहीं होने तथा बालिका के भयभीत होने पर जयपुर सदस्य हरीश पालीवाल ने मां-बाप को समझाया तथा बालिका का विश्वास जीतने का निर्देश दिया। बालिका को भी मां बाप से संवाद कायम रखने तथा उन्हें बालिक होने तक बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबंद करने का निर्देश दिया।