इतिहास में तौड मरोड स्वीकार नही - जोशी

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Published on : 16 May, 19 05:05

इतिहास में तौड मरोड स्वीकार नही - जोशी

चित्तौडगढ | राजस्थान के इतिहास को तोड मरोड कर वीर वीरांगनाओं के त्याग एवं बलिदान को नकार कर राजस्थान की गहलोत सरकार हमारे विद्यार्थीयों को और युवा पीढ को दिग्भ्रमित करना चाहती है। पुरे विश्व में राजस्थान का इतिहास त्याग बलिदान वीरता समर्पण स्वामी भक्ति और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य की आहुति में प्राण न्यौछावर करने वाले इतिहास को सती प्रथा बता कर पाठ्यक्रम के सर्न्दभ में यह परिवार वादी विकृत मानसिकता की सरकार एवं और इसके शिक्षा मंत्री एक बहाना बनाकर राष्ट्रवाद को कमजोर करना चाहते है।

मेरा इस सरकार को स्पष्ट शब्दों में आग्रह हैं की राजस्थान के इतिहास को राजनितिक रंग नही दिया जाये अन्यथा भारतीय जनता पार्टी इस विषय को केन्द्र तक ले जायेगी और हमारे इस गौरवपुर्ण इतिहास को तोड मरोडने की कुचेष्टा को कभी पुरा नही होने देगी। मै चेतावनी देता ह यदि पाठ्यक्रम में किसी भी प्रकार का बदलाव राजनितिक विचारधारा के आधार पर किया गया तो यह हम सबके साथ कुठाराघात होगा और किसी भी स्थिति में सहन नही किया जायेगा।

   राजस्थान के शिक्षा मंत्री डोटासरा जी को अपने निर्णय पर पुर्नविचार करना चाहिये और मासुम बालकों तथा युवा पीढि. को अपने समृद्धशाली इतिहास की वास्तविकता को पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिये। अभी तक जो भी इतिहास में पाया गया वामपंथी लेखकों का कुचक्र का परिणाम था इसी कारण समाज को जाति और धर्म मैं तौड दिया आज की परिस्थिति में हम सब के लिये राष्ट्रवाद को पुनः जागृत कर देश के प्रति जिम्मेदारी का एक वातावरण बना हैं जिसे किसी भी किमत पर टुटने नही दिया जायेगा।

राजस्थान सरकार पाठ्यक्रमों में बदलाव स्पष्ट रूप से हमारी संस्कृति, सुनहरे इतिहास व वीर भूमि राजस्थान का अपमान है।

माननीय डोटासरा जी

१. क्या महाराणा प्रताप के नाम के आगे से महान शब्द हटाना हमारे वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का अपमान नहीं?

२. आप कहते हैं, छोटी बच्चियों को जौहर करना नहीं सिखा सकते, माननीय महोदय - काश आप सती प्रथा और जौहर में अंतर समझ पाते!

आपकी सरकार एक ओर तो अलवर में सामूहिक बलात्कार जैसी शर्मसार करने वाली घटनाओं को छुपाती है, और दूसरी ओर हमारे वीर-वीरांगनाओं के इतिहास को बदलकर महिलाओं व बच्चियों के प्रति झूठी चिता व्यक्त करती है।

जिनके नाम में ही वीर हो, उस महात्मा सावरकर की स्मृति को कांग्रेस सरकार की ओछी राजनीती प्रभावित नहीं कर पायेगी - माँ भारती की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले हमारे पूर्वजों के बलिदान को अपमानित करना अत्यंत निदनीय है।

माननीय महोदय, जनता सब जानती है। राजस्थान का इतिहास आप जैसे अनिभिज्ञों का मोहताज नहीं है। पर मैं हमारे मेवाड के मान के लिए, राजस्थान के इतिहास की शान के लिए आपकी सरकार के विरुद्ध खडा रहूंगा।

 

 


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