दशनाम गोस्वामी समाज ने हर्षोल्लास के साथ मनाई १२३१वीं शंकराचार्य जयन्ति

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Published on : 10 May, 19 08:05

दशनाम गोस्वामी समाज ने हर्षोल्लास के साथ मनाई १२३१वीं शंकराचार्य जयन्ति

उदयपुर।  दशनाम गोस्वामी समाज उदयपुर नगर मण्डल के तत्वाधान में आदि जगत गुरू शंकराचार्य की १२३१वीं जयन्ति ०९ मई २०१९, गुरूवार को समाज के हजारों लोगों की उपस्थिति में निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार धूम-धाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। समाज के अध्यक्ष गजेन्द्र पुरी गोस्वामी के अनुसार सर्व प्रथम समाज के हाथीपोल स्थित गुरू महाराज मंदिर पर अतिथि संतो का स्वागत सत्कार किया गया। तत्पशचत् संतों की उपस्थिति में मंगल कलश की पूजा अर्चना की गई आदि जगत गुरू शंकराचार्य की तस्वीर को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री श्री अवधेशानन्द जी चेत्यन्य ब्रह्मचारी महाराज सुरज कुण्ड धाम एवं संतो के द्वारा एक रथ में विराजमान किया गया एवं पूजा-अर्चना माल्यार्पण कर शोभा यात्रा, मंगल कलश यात्रा, वाहन रैली का शुभारम्भ बैण्ड बाजे व डीजे के साथ किया गया।

इस शोभायात्रा में संत ज्ञानानंद जी महाराज, दंडीस्वामी, गोपाल आश्रम एवं दयाराम जी महाराज, रामद्वारा चौक भी रथ में विराजमान थे। शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों हाथीपोल, मोती चोहट्टा, घण्टाघर, जगदीश चौक, चांदपोल होती हुई जाडा गणेश जी स्थित गोस्वामी रामपुरी बाल निकेतन पहुंची।

शोभायात्रा का विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा एवं गोस्वामी समाज के लोगों के द्वारा स्वागत द्वार लगाकर पुष्प वर्षा कर व ठण्डा पेय प्रदार्थ पिलाकर स्वागत किया है शोभायात्रा में सभी युवक व युवतियां भगवा, साफा सिर पर एवं गले में भगवा दुपट्टा धारण कर एवं हाथों में भगवा झण्डे लिये चले एवं महिलाऐं सिर पर मंगल कलश लेकर शोभायात्रा में सिरकत कर रही थी।

शोभायात्रा का समापन गोस्वामी रामपुरी बाल निकेतन में समाज की धार्मिक सभा एवं प्रतिभा सम्मान समारोह के रूप में हुआ प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि श्री श्री अवधेशानन्दजी महाराज सुरज कुण्ड धाम, ज्ञानानन्दजी महाराज, खमनोर एवं दण्डीस्वामी, गोपाल आश्रम, ब्रह्मणों का कलवाडा व दयारामजी महाराज थे।

सम्मान समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ अवधेशानन्द जी महाराज ने मंगला चरण कर किया समाज के अध्यक्ष गजेन्द्रपुरी, सचिव हरिशपुरी, उपाध्यक्ष तिलोकपुरी व सभी संत अतिथियों ने मिलकर शंकराचार्य जी की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रवल्लन किया। सभी संतो का स्वागत राजेश भारती, महेन्द्रपुरी, कुणालपुरी, पुर्णन्दू गोस्वामी एवं समाज के व्यो वृद्धजनों द्वारा किया गया।

स्वागत उद्बोधन एवं शंकराचार्य जी के जीवन पर अध्यक्ष गजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने प्रकाश डाला। स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज ने शंकराचार्य जी के आध्यात्मिक जीवन पर प्रकाश डाला एवं समाजजन को दशनामी सम्प्रादाय की महत्ता बताई व हिन्दू धर्म के एकता व उत्थान के लिये किये गये प्रयासों की जानकारी दी गई। अतिथियों द्वारा समाज के प्रतिभाशाली बालक-बालिकाओं ७० वर्ष आयु पूर्ण कर चुके व्यो वृद्धजनो एवं समाज के भामाषाहो का भी सम्मान किया गया।

कार्यक्रम के अन्त में साक्षत भगवान शिव के अवतार शंकराचार्य जी की महाआरती की गई कार्यक्रम का संचालन ललित पुरी गोस्वामी एवं मोहनगिरि गोस्वामी ने किया।

शैक्षिक सम्मान

सलोनी गोस्वामी, रश्मिपुरी, खुश्बू गोस्वामी, विभूति गोस्वामी, मेहा भारती, टीना गोस्वामी, कुणाल गोस्वामी।

सहशैक्षिक सम्मान

लक्षित भारती, सुनिधि गोस्वामी, चेतनपुरी गोस्वामी

वयो वृद्धजन सम्मान

श्रीमती रूकमणीदेवी, श्रीमती रम्भादेवी, श्रीमती शकुन्तला गोस्वामी, श्री चन्द्रगिरीजी, श्री गंगागिरी

भामाशाह सम्मान

रमेशपुरी, पुष्करपुरी, डॉ.देवेन्द्रपुरी, पूर्णोन्दू गोस्वामी, रजनीश भारती, लोकेश भारती, चेतनपुरी

 


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