जैसलमेर। सनातन हिन्दु संस्कृति का प्रतीक भगवान नृसिंह चतुर्दशी पर जैसलमेर में भगवान नृसिंह प्रकट होंगे और अपनी लीलाएं रचाएंगे और हरिण्यकशिपु का वध करेंगे।
संस्कार भारती सचिव गुरूदत्त हर्ष ने बताया कि कार्यक्रम सायं ४ बजे धूमधाम से शुरू होगा एवं ७ बजे खत्म होगा। ललित कला एवं संस्कृति को समर्पित राष्ट्रीय संस्था संस्कार भारती कि और से आज के परिवेश में जहाँ एक ओर चुनौति राष्ट्र को विश्व पटल पर खडा करने की है तो वहीं हमारी सांस्कृतिक जडे बचाने की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है। संस्था जिले में वृहद् स्तर पर जन्माष्टमी का कार्यक्रम करवाती रही है और उसी कडी में विगत दो वर्षों से किले में भगवान नृसिंह चतुर्दशी मनाई जा रही है।
प्रतिवर्ष की भांति किले की अखेप्रोल में स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक राज रणछोड मंदिर में दिनांक १७ मई शुक्रवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है धर्म ग्रंथों में इस तिथि पर भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर हिरण्यकशिपु का वध किया था इस दिन पर विराट कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें नृसिंह भगवान के हरिण्यकशिपु के वध का नाट्य रूपांतरण दिखाया जाएगा।
राष्ट्रीय संस्था संस्कार भारती के अध्यक्ष डॉ एस.के. दुबे ने जिलेवासियों से इस आयोजन में एकत्रित होकर नृसिंह भगवान की लीलाओं का आनंद लेने की अपील की है।