“स्पन्दन... एक अभिनव प्रयास“ शिविर में विभिन्न विशेषज्ञों ने दी आवश्यक जानकारी

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Published on : 03 May, 19 05:05

अतिरिक्त आयुक्त ने किया अवलोकन, मांडना चित्रकारी को देख हुई अभिभूत

“स्पन्दन... एक अभिनव प्रयास“ शिविर में विभिन्न विशेषज्ञों ने दी आवश्यक जानकारी

उदयपुर / जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा जनजाति आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासो के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर“स्पन्दन... एक अभिनव प्रयास“ के तहत दूसरे दिन बच्चों को सृजनात्मक विकास से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों का प्रायोगिक रूप से नाट्य विधाओं के माध्यम से आंगिक, वाचित एवं मुकाभिनय द्वारा अभिव्यक्ति कौशल के सत्रों का संचालन किया गया। खेलगाॅव में रंगोली तथा मांडना में सत्र के दौरान छात्रों द्वारा पूर्ण मनोयोग के साथ चित्रकारी करते हुए देखकर विभाग की अतिरिक्त आयुक्त अंजली राजोरिया अपने आप को नही रोक पाई एवं बाल सुलभ भाव के साथ स्वयं मांडना उकेरने लगी।

परियोजना अधिकारी गीतेशश्री मालवीय ने बताया कि सृजनात्मक एवं रचनात्मक कौशल विकास के तहत रंगोली, मांडना, बुक बाइंडिंग टाई एण्ड डाई, मकरम आदि गतिविधियों से बच्चो ने करके सिखने द्वारा सामग्री तैयार की। प्रातःकालीन सत्र में योग, ध्यान एवं मार्शल आर्ट का अभ्यास कराया गया। दोपहर के सत्र में खेलगाॅव में पुलिस उपअधीक्षक हेरम्ब जोशी ने पुलिस कार्य प्रणाली एवं सामान्य कानूनी प्रक्रिया के बारे में बताया।

सायंकालीन सत्र में संगीत एवं नृत्य का अभ्यास कराया गया। इस दौरान अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रदीप पानेरी ने सभी विशेषज्ञो की राय साझा करते हुए अतिरिक्त आयुक्त अंजली राजोरिया को निवेदन किया कि बच्चों द्वारा निर्मित सामग्री एवं अपने अनुभव वृहद स्तर पर साझा करने के लिए शिल्पग्राम में आयोजित होने वाले महोत्सव में भाग लेने का अवसर उपलब्ध कराया जाना बच्चों के लिए बहुत बडा अवसर हो सकेगा। इस अवसर पर कलाकार दिनेश उपाघ्याय, डाॅ. जगदीश कुमावत, सत्यनारायण, सुश्री इरम सबा ने छात्रों को जीवन्त अभ्यास कराया। इस अवसर पर शिविर प्रभारी रमेश मीणा, कुन्दन पण्ड्या, मनीष कोठारी, शेखर शर्मा, महेशदान, राकेश कल्याणा व धर्मेन्द्रसिंह उपस्थित थे।


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