निकाह में आये दुल्हे-दुल्हन,और मेहमानों ने जाना क्या है नेत्रदान

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Published on : 28 Apr, 19 15:04

प्रदेश में पहली बार मुस्लिम समाज के इतने बड़े आयोजन में हुई नेत्रदान-अंगदान कार्यशाला

निकाह में आये दुल्हे-दुल्हन,और मेहमानों ने जाना क्या है नेत्रदान

जमीयतुल मंसूरियान कमेटी कोटा द्वारा पोलोटेक्निक कॉलेज में ऑल मुस्लिम समाज के सामूहिक अजीमुश्शान इज़्तिमाई निकाह सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसमें दूर-दराज़ से आये 131 जोड़ो का निकाह सम्पन्न हुआ । इसी निकाह सम्मेलन को संदेशात्मक बनाने के उद्देश्य से शाइन इंडिया फाउंडेशन व कहकशा संस्था के सदस्य निकाह सम्मेलन के  आयोजक हाजी इश्हाक मोहम्मद मंसूरी "मामू जी" के साथ मंसूरी समाज के अन्य पदाधिकारीयों से मिलें । उनसे अनुरोध किया गया कि किसी तरह से आपके सहयोग से यदि नेत्रदान-अंगदान के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से एक स्टॉल हमको मिल सकें, तो इस नेक अभियान के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित होंगे । पूरी बात सुनने-समझने के बाद व अंगदान की जरूरत को समझते हुए,समाज के पदाधिकारियों ने इस नेक काम के लिये जगह दी बल्कि अपने कई साथियों को संस्था के साथ सहयोग करने के लिये विश्वास दिला दिया । समाज सेवी रफ़ीक बुम्बिया के नेतृत्व में नेत्रदान-अंगदान जागरूकता स्टॉल के साथ साथ पूरे ग्राउंड में,भोजन शाला,दूल्हे-दुल्हनों के खेमे,निकाह स्थल पर करीब 20 बड़े होर्डिंग स्टैंड लगाये,जिन पर नेत्रदान-अंगदान का संदेश लिखे हुए थे ।

सुबह 8 बज़े से ही संस्था सदस्यों ने प्रत्येक दूल्हे-दुल्हनों के 262 खेमों में जा-जाकर सभी मेहमानों को जाकर अभियान के बारें में जानकारी दी । सभी ने न सिर्फ नेत्रदान-अंगदान के बारे में जानकारी ली,बल्कि काफ़ी लोगों ने अपने नेत्रदान के संकल्प पत्र भी भरे। करीब 6 से 7000 लोगों ने संस्था के बनाये हुए काउंटर पर आकर नेत्रदान-अंगदान की जानकारी ली , 300 से ज्यादा लोगों ने अपने संकल्प पत्र भरे ।
निकाह से पूर्व आये हुये अधिकतर लोगों तक संदेश जा चुका था,फिर भी मंच से थोड़ी-थोड़ी देर में बराबर अनाउसमेंट के माध्यम से स्टॉल पर आकर जानकारी लेने के लिये अनुरोध किया जा रहा था ।
हाजी इश्हाक मोहम्मद मंसूरी जी ने इस नेक कार्यक्रम के संदर्भ में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि जब तक समाज के लोगों को नेत्रदान-अंगदान की जरूरत व उपयोगिता नहीं समझ आयेगी,तब तक उनके सभी साथीगण,उनके समाज के सभी शीर्ष-पदाधिकारी हमेशा उनके साथ है । 
इसी क्रम में समाज सेवी रफ़ीक बुम्बिया जी ने भी ऊनी बात रखते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि समाज के लोग मुहीम के साथ जुड़ना नहीं चाहते,पर पहले उनको इसकी जरूरत, व अंगदान से किसी के जीवन को बचाया जा सकता है,इस बारे में पूरी सटीक जानकारी देना होगा । आज अंगों के अभाव में जितनी मौतें हो रही है,उनमें से कई मौतों को अंगों के दान से रोका जा सकता है। नेत्रदान-अंगदान के प्रति आयोजन स्थल पर लोगों के रुझान को देखकर सम्मेलन के अन्य पदाधिकारीयों ने कहा है कि जब भी कभी इस तरह के बड़े आयोजन होते है,तो इस तरह के नेक कामों को बताने के लिये संस्थाओं को जरूर बुलाया जाये । सामाजिक रूढ़िवादिता के चलते मानवता के ऐसे कार्यों को बढ़ावा नहीं मिल पाता है,इसका सिर्फ एक उपाय है,अधिक से अधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए । 
कई दूल्हे-दुल्हनों ने निकाह के बाद नेत्रदान-अंगदान के लिये अपना समर्थन दिया,उनके साथ उनके परिजनों ने भी इस नेक-कार्य को अपने स्तर पर बढ़ाने के लिये अधिकतम प्रयास करने का आश्वासन भी दिया । मंच से भी सभी शीर्ष पदाधिकारीयों ने बैनर के माध्यम से नेत्रदान-अंगदान का संदेश दिया ।
दूल्हे - मोहम्मद सलमान,ताहिर,मोहसिन अंसारी,मोहम्मद शाहरुख,आरिफ़,आसिफ,
दुल्हन- सना,फरजाना ,नरगिस,शोअबा अंसारी, शहनाज़, noushad बेगम,शब्बो बानो,सिमरन
जोड़ा - गुलज़ार -फ़िज़ा,


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