चित्तौडगढ । मतदान अधिकारियों के चल रहे द्वितीय प्रशिक्षण का शुक्रवार को चित्तौडगढ संसदीय क्षेत्र के सामान्य पर्यवेक्षक मिन्हाज आलम ने निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशिक्षण कक्षों के साथ ही प्रदर्शनी एवं आदर्श मतदान केन्द्र का भी अवलोकन किया।
सामान्य पर्यवेक्षक श्री आलम प्रातः सवा ग्यारह बजे बोजून्दा स्थित केन्द्रीय विद्यालय पहुँचें, जहाँ लोकसभा चुनाव - २०१९ के मतदान अधिकारियों का द्वितीय प्रशिक्षण चल रहा था। उन्होंने सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण कक्षों में जाकर पॉवर पोईन्ट प्रजेन्टेशन के जरिए दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्य को देखा। पर्यवेक्षक ने प्रशिक्षण प्रभारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू.अ.) विनय पाठक से प्रशिक्षणार्थियों को दी गई प्रशिक्षण सामग्री एवं आगामी ड्यूटी आदेश वितरित करने के बारे में जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान सामान्य व्यवस्था एवं पर्यवेक्षक प्रकोष्ठ प्रभारी ज्ञानमल खटीक, प्रशिक्षण के सहायक प्रभारी शांतिलाल सुथार, सत्यनारायण शर्मा, कल्याणी दीक्षित, डीएलएमटी डॉ. कनक जैन, ओमप्रकाश पालीवाल, सोहनलाल चौधरी, दौलत ज्ञानचंदानी सहित प्रशिक्षण समन्वयक दिनेश शर्मा मौजूद थे।
काले लिफाफे पर कैसे लिखेंगे
प्रशिक्षण स्थल पर चुनाव प्रक्रिया से जुडे विभिन्न प्रपत्रों, दस्तावेजों एवं लिफाफों की प्रदर्शनी का पर्यवेक्षक ने सिलसिलेवार निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मॉक पोल की पर्चियों को रखने के काले लिफाफे के बारे में पूछा कि इस पर किस प्रकार लिखा जाएगा। उन्हें बताया गया कि इस पर लिखने के लिए विशेष ’’ग्लीटर‘‘ (सिल्वर कलर) पेन मतदान दलों को उपलब्ध कराया जाएगा। पर्यवेक्षक को यह भी जानकारी दी गई कि पीठासीन अधिकारी को पीठासीन निर्देशिका, ईवीएम-वीवीपेट मैन्यूअल तथा जिला स्तर पर तैयार सामान्य निर्देशिका उपलब्ध कराई गई है।
पहचान के दस्तावेज
सामान्य पर्यवेक्षक मिन्हाज आलम ने प्रशिक्षण स्थल पर लगाए गए पहचान के दस्तावेजों की जानकारी देने वाले फ्लैक्स को देखकर एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड के बारे में पूछा। उन्होंने वोटर स्लीप को अधिकृत दस्तावेजों की सूची से बाहर करने की जानकारी सभी प्रशिक्षणार्थियों को देने के निर्देश दिए।
सामान्य पर्यवेक्षक प्रशिक्षण स्थल पर स्वीप के तहत लोकसभा चुनाव में अधिकाधिक मतदान की अपील के लिए लगाए गए फ्लैक्स और सेल्फी पाइंट से काफी खुश नजर आए। उन्होंने इस स्थल पर ठहर कर साथी अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाया।
दिव्यांग मतदान अधिकारियों का स्वागत किया
जिले में लोकसभा चुनाव में एक मतदान केन्द्र ऐसा होगा, जहाँ पूरी चुनाव प्रक्रिया दिव्यांग अधिकारी पूरी करेंगे अर्थात् पीठासीन एवं मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय की जिम्मेदारी दिव्यांग अधिकारी-कर्मचारी निभाएँगे। शुक्रवार को अपना प्रथम प्रशिक्षण लेने आए इन दिव्यांग मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण के सहायक प्रभारी शांतिलाल सुथार, सत्यनारायण शर्मा, कल्याणी दीक्षित, डीएलएमटी डॉ. कनक जैन, ओमप्रकाश पालीवाल एवं प्रशिक्षण समन्वयक दिनेश शर्मा ने माला पहनाकर स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव - २०१८ में चित्तौडगढ जिले में दिव्यांगों का मतदान ९४ प्रतिशत से अधिक हुआ था, जो राज्य के श्रेष्ठ चार जिलों में दर्ज हुआ था।
शुक्रवार को ही जिले की ६० महिला मतदान अधिकारियों को भी चुनाव प्रक्रिया का प्रथम प्रशिक्षण दिया गया। जिले के पाँचों विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक मतदान केन्द्र पर महिला मतदान अधिकारी चुनाव सम्पन्न करायेगी।