उदयपुर | उद्यान विज्ञान विभाग, राजस्थान कृषि महाविद्यालय, उदयपुर में संस्थागत विकास योजना उच्च कृषि शिक्षा परियोजना के तहत उधमिता एवं कौशल विकास पर २ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संरक्षित वातावरण में उद्यानिकी का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया
आयोजन सचिव डॉ. कपिल देव आमेटा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी एवं उद्देश्य सदन के समक्ष प्रस्तुत किएA डॉ. आमेटा ने बताया की प्रशिक्षण में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बड़चढ़ कर भाग लिया इस कारण से एक और प्रशिक्षण आयोजित किया गया जिससे सभी विद्यार्थी इसका लाभ ले सके |
महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. अरुणाभ जोशी ने बताया कि महंगे एवं विदेशी पुष्पों की शहरो में बड़ती मांग की आपूर्ति करने के लिए संरक्षित वातावरण में इनकी खेती कर के कई गुणा लाभ कमाया जा सकता है तथा इसे व्यवस्थित स्वरूप प्रदान कर व्यवसाय के रूप में अपनाया जा सकता है।
डॉ. अभय कुमार मेहता, निदेशक अनुसंधान ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को विश्वविद्यालय छात्रों के लिए सार्थक बताते हुए संरक्षित उद्यानिकी में यंत्रीकरण अपनाने पर जोर दिया एवं सुत्रकृमी प्रबंधन को महती आवशयकता बताया |
समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ. आर. ए . कौशिक ने देश विदेश में उभर रहे अवसरों को भुनाने के लिए प्रोत्साहित किया एवं सफल उद्यमी बनने के लिए सही प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार स्थापित करने पर प्रोत्साहित किया।