‘मेरी उम्र की महिलाएं’ लेखक का चौथा कविता संग्रह है और ‘मुसाफिरनामा’ इसी नाम से लिखे जा रहे समसामयिक विषयों के स्तम्भ का संकलन है कर्नल अमरदीप की इस पुस्तक में में यह मालूम पड़ता है यदि व्यवस्था में लय हो तो बहुत सारी समस्याएं हल हो सकती हैं। मगर इस लय को लाने के लिए बहुत त्याग, बलिदान करना होता है।
सामाजिक और राजनैतिक सरोकारों को साहित्य से जोड़कर समाज में चेतना लाने के लिए सक्रिय कर्नल अमरदीप की यह पुस्तक पाठको को बहुत रोचक लगेगी पुस्तक का आकर्षक चित्रांकन, कार्टून और रेखाचित्र जन टीवी के कार्टूनिस्ट कमल किशोर ने किया है।
इस अवसर पर दोनों पुस्तकों के किन्डल संस्करण का भी लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम का शानदार संचालन लेखिका और कवयित्री शिवानी शर्मा ने किया एवं अंत मे बोधि प्रकाशन के कवि एवं प्रकाशक मायामृग ने सभी अतिथियों, कार्यक्रम में उपस्थित सभी आगुन्तको का आभार प्रकट किया.