कोटा में सीएमएचओ डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

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Published on : 13 Apr, 19 05:04

कोटा में सीएमएचओ डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

कोटा  | जिले में संचालित समस्त वर्टिकल कार्यक्रम एवं आरबीएसके टीम की एएनएम ट्रेनिंग सेंटर कोटा में सीएमएचओ डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। सीएमएचओ डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर ने समस्त वर्टिकल प्रोग्राम एवं आरबीएसके टीम के कार्यों का रिव्यू किया और बताया की आईसी की कार्य योजना ऐसी हो कि हर व्यक्ति तक बीमारियों के बारे में सही जानकारी पहुंच सके

इसके बाद डॉ घनश्याम मीणा डिप्टी सीएमएचओ कोटा ने सभी वर्टिकल प्रोग्राम के बारे में संक्षिप्त में बताते हुए एक्शन प्लान के बारे में चर्चा की। साथ ही उन्होंने बताया की टीबी एक संक्रामक रोग है जो कि खांसने और छींकने से फैलता है जिसे हम थोड़ी सी सावधानी से फैलने से रोक सकते है खांसते एवं छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखें। उन्होंने बताया टीबी के मरीज को बैंक पासबुक और आईडी की जेरोक्स नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जमा कराने पर₹500 प्रति माह पोषण भत्ते के रूप में दिए जाते हैं

 इसके बाद अमित जी ने तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि हमें आरबीएसके कैंप के दौरान स्कूल के बच्चों को एवं वहां के अध्यापकों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में एवं दुष्प्रभाव के बारे में बताने एवं सभी ब्लॉक सीएससी जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में तंबाकू मुक्ति एवं उपचार केंद्र की उपलब्धता के बारे जानकारी दी। और बताया कि तंबाकू खाने से टीबी कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है।

इसके बाद डीपीसी एनसीडी डॉ प्रियंका ने गैर संचारी रोगों डायबिटीज हाइपरटेंशन आदि के बारे में चर्चा की और बताया कि हम थोड़ा सा परहेज व्यायाम और खान.पान का ध्यान रखकर इन इन रोगों से बच सकते हैं

अजीत कुमार जी ऑडियोलॉजी इंस्ट्रक्टर ने डिफरेंस कंट्रोल प्रोग्राम की जानकारी देते हुए  बताया कि पिछले वर्ष जिले में 15 बच्चों कोक्लियर इमप्लांट हुए।

इसके बाद विनोद प्रभाकर जी एपिडेमियोलॉजिस्ट मौसमी बीमारियों डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया स्क्रब टायफस एवं स्वाइन फ्लू के बारे में चर्चा की और बताया कि हमें अपने घरों पर फ्रिज की ट्रे कूलर पुराने टायर पुराने मटके एवं छत पर पड़े पुराने कबाड़ जिनमें पानी खड़ा हो सकता है को हटाने के लिए बच्चों को प्रेरित करने के लिए कहा और बताया कि एक बूंद पानी में भी एडीज मच्छर अपने अंडे दे सकता है जिससे कि हम बीमार हो सकते हैं

इस मीटिंग में सभी आरबीएसके टीम एवं वर्टिकल प्रोग्राम के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।


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