५७वां तीन दिवसीय अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह कल से शिल्पग्राम में

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Published on : 28 Mar, 19 06:03

५७वां तीन दिवसीय अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह कल से शिल्पग्राम में

उदयपुर  । महाराणा कुंभा संगीत परिषद द्वारा २९ मार्च से शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच पर तीन दिवसीय ५७वां अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह ७.०० बजे शिल्पग्राम के विशाल मुक्तकाशी रंगमंच पर निःशुल्क आयोजित किया जायेगा।

कुम्भा परिषद के मानद सचिव डॉ यशवन्त कोठारी ने बताया कि समारोह में प्रथम दिन २९ मार्च को कोलकाता की संगीता बंधोपाध्याय शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति से इसकी शुरूआत होगी। तत्पश्चात मुबंई के पण्डित रोनू मजूमदार बांसुरी वादन प्रस्तुत करेगे। इसी दिन प्रथम चरण में कुम्भा रत्न अवार्ड-२०१८ से सम्मानित उदीयमान कलाकार प्रखर जोजन अपना गायन प्रस्तुत करेगे।

समारोह के दूसरे दिन ३० मार्च को दिल्ली के उस्ताद असगर हुसैन वायलिन वादन की प्रस्तुति देगे। द्वितीय चरण में दिल्ली के ही पण्डित राजन साजन मिश्र शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति देंगे। इसी दिन प्रथम चरण में कुम्भा रत्न अवार्ड - २०१८ से सम्मानित उदीयमान कलाकार नीरज मिस्त्री तबला वादन की एकल प्रस्तुती देगे।

समारोह के तीसरे एवं अंतिम दिन यानि ३१ मार्च को गुडगांव की वनी माधव एण्ड पार्टी ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेगी एवं उसके पश्चात दिल्ली की कत्थक रत्न शम्भुवी शुक्ला मिश्र एण्ड पार्टी कत्थक नृत्य की प्रस्तुति देगी। इसी दिन प्रथम चरण में कुम्भा रत्न अवार्ड-२०१८ से सम्मानित उदीयमान कलाकार अर्पिता भारद्वाज एवं उनका दल कत्थक नृत्य की प्रस्तुती देगें।

     समिति के  डी.पी. धाकड ने बताया कि शास्त्रीय संगीत के इस महाकुम्भ मे देश के लगभग ४० से ५० कलाकार, संगतकार एवं उनके दल के सदस्य भाग लेंगे।

    परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेम भण्डारी एवं कोषाध्यक्ष महेश गिरी ने बताया कि अखिल भारतीय स्तर के इस समारोह में कला एवं संास्कृतिक विभाग केन्द्र सरकार, राजस्थान सरकार, वेदान्ता-हिन्दुस्तान जिकं, आर.एस.एम.एम., सिंघल फाउण्डेशन, पश्चिम क्षेत्र संास्कृतिक केन्द्र, आदि सहित नगर के कई प्रतिष्ठानों के सहयोग एवं अनुदान से समारोह आयोजित हो रहा है। इस समारोह हेतु शिल्पग्राम मुक्ताकाशी रंगमंच पश्चिम क्षैत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।

    परिषद के उपाध्यक्ष सुशील दशोरा एवं वरिष्ठ सदस्य दिनेश माथुर ने बताया कि इस वर्ष संगीत का प्रतिष्ठित डॉ. यशवन्त कोठारी कुम्भा सम्मान बांसुरी वादन के सुप्रसिद्ध कलाकार पंडत रोनू मजूमदार को एवं मुरली नारायण माथुर पुरस्कार प्रसिद्व वायलिन वादक उस्ताद असगर हुसैन को दिया जायेगा।

    डॉ. लोकेश जैन ने बताया कि समारोह के तीनों दिन विभिन्न कालेजो द्वारा उनके छात्रों को समारोह मे उपस्थित होने के लिये अपने स्तर पर बसों की व्यवस्था भी की जा रही है। जिससे युवा पीढी भी अपनी सांस्कृति विरासत से रुबरु होने का लाभ प्र्राप्त कर सके।


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