बांसवाड़ा / स्मार्ट उत्पादों के इस दौर में सामग्री के उपयोग से पहले उसके नुकसान और फायदें की जानकारी रखना महत्त्वपूर्ण है वरना यह उत्पाद अर्थ के साथ स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते है। उक्त आह्वान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवेन्द्र सिंह भाटी ने शुक्रवार को वागड़ विकास संस्थान में जिला रसद विभाग, जनजाति महिला हितकारी समिति एवं उपभोक्ता संगठनों के बैनर तले विश्व उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष में आयोजित जिला स्तरीय संगोष्ठी में किया।
भाटी ने बताया कि उपभोक्ताओं के अधिकार के साथ ही हर क्षेत्र के लिए कानून बने है और अधिकार भी है। ऐसे में अन्याय बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं के व्यापक हित में संसद में कानून विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार का उपयोग करते हुए उपभोक्ताओं को जागरूक रहना होगा। अगर व्यक्ति जागरूक नहीं रहता है तो उसके अधिकारों का हनन होता है।
जिला उपभोक्ता मंच के सदस्य कमलेश शर्मा ने मंच की प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पांच लाख तक के वाद में अब कोई पोस्टल ऑर्डर देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने मंच द्वारा किए गए फैसलों का हवाला देते हुए बताया कि जागरूक उपभोक्ताओं को मंच ने राहत प्रदान की है। एक अच्छे नागरिक होने के नाते हमें जागरूकता रखनी होगी।
राष्ट्रीय उपभोक्ता संगठन से जुड़े निरंजन द्विवेदी ने कहा कि स्मार्ट उत्पाद खतरे से भरे पड़े है। ऐसे में जांच परख जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि हम अधिकार के प्रति सजग नहीं है तो हमारा शोषण कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने विभिन्न प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि अधिकार अनेक है लेकिन सजगता के अभाव में शोषण की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट उत्पादों हर पहलू पर गौर करना जरूरी है।
इस अवसर पर जिला रसद अधिकारी हजारीलाल आलोरिया ने कहा कि हमें विश्वसनीय उत्पाद ही खरीदने चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 23 करोड़ लोग स्मार्ट उत्पादों का प्रयोग कर रहे है। और 2025 तक यह संख्या तीन गुना बढ़ जाएगी। ऐसे में हमें सजग रहना होगा। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, केरोसिन आवंटन, उज्ज्वला योजना आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उज्ज्वला योजना के तहत अब तक 1 लाख 61 हजार लोगों को निःशुल्क गैसे कनेक्शन दिए जा चुके है। उन्होंने बताया कि 2 लाख 87 हजार लोगों को गैस कनेक्शन देने थे। शेष लोगों को चार-पांच माह में कनेक्शन दे दिए जाएंगे।
जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य दीपक श्रीमाल ने कहा कि एक दौर वो था जब हमें अधिकारों के लिए खून बहाना पड़ता था लेकिन आजादी के बाद जब अधिकार मिले तो हम उनके प्रति जागरूक नहीं है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट का तात्पर्य सीधा-सीधा जागरूकता से है। जो व्यक्ति जितनी अधिक जानकारी रखेगा वही उतना स्मार्ट कहलाएगा।
इस अवसर पर संस्थान के नेमराज सहलोत, सचिव अवधेश मालोत, प्राचार्य मुन्नी शर्मा, मेहुल मालोत, अनिता वर्मा, मंजुला मोदी, पूनम यादव, मनीषा भट्ट आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन दीपक श्रीमाल ने किया जबकि आभार रसद विभाग के प्रवर्तन निरीक्षक मणि खिंची ने माना।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने दी जीवंत प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अवधिपार दवा देने और उससे बिगड़े स्वास्थ्य को लेकर साक्षी पण्ड्या के नेतृत्व में नाटक की प्रस्तुति दी एवं अंत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायाधीश भाटी से आग्रह किया कि वे मामले का निस्तारण करें। जीवंत नाटक की प्रस्तुति को सभी ने सराहा। कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं से उपभोक्ता विषयक तीन सवाल किए गए। जिनका सही जवाब देने वाली विजेताओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम को राष्ट्रीयता की भावना से ओत-प्रोत करने के लिए सभी अतिथियांे को वागड़ विकास संस्थान की ओर से तिरंगी पगड़ी पहनाई गई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कार्यकर्ताओं ने ‘हम को मन की शक्ति देना’ प्रार्थना की प्रस्तुति दी।