निसंतानता के अभिशाप से मुक्ति मे महत्वपूर्ण सेतु हो सकती हैं

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Published on : 16 Mar, 19 04:03

निसंतानता के अभिशाप से मुक्ति मे महत्वपूर्ण सेतु हो सकती हैं

उदयपुर । झीलों के शहर उदयपुर में आज अखिल भारतीय आंगनबाडी कर्मचारी महासंध के आठवें त्रैबार्षिक अधिवेशन का आगाज हुआ। शहर के हिरणमगरी सेक्टर-४ स्थित विधा निकेतन विद्यालय के सभागार में आयोजित हुए इस अधिवेशन को पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हाँस्पीटल की डायरेक्टर प्रीति अग्रवाल नें भी संबोधित किया। अग्रवाल नें अपने संबोधन के दौरान कहा कि ग्रामीण परिवेश में अज्ञानता और अधविश्वास के वशीभूत महिलाएँ निसंतानता जैसी समस्या से पीडित रहती हैं। प्रीति अग्रवाल नें इस समस्या से निजात दिलाने में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की भूमिका को इंगित करते हुए साफ किया कि यदि निसंतानता के दंश से पीडित महिलाओं को आंगनबाडी कार्यकर्ता आ*वीएफ केन्द्र तक ले जाने में सफल हो तो निसंतानता जैसी पीडा से निजात मिलना संभव हैं। अग्रवाल नें कहा कि महिलाओं को इस अभिशाप से मुक्ति दिलाने में पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हाँस्पीटल का आ*वीएफ सेंटर  बडी भूमिका का निर्वहन कर सकता हैं। जहाँ बेहद किफायती दरों पर सरकारी अनुदान का लाभ देते हुए निसंतान महिलाओं को आ*वीएफ के माध्यम से मातृत्व सुख प्रदान कराया जा सकता हैं। इस मौके पर पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हाँस्पीटल के आ*वीएफ सेंटर की सांइटिफिक डायरेक्टर डाँ.मनीषा वाजपेयी नें  निसंतानता के कारण और उसके निवारण की जानकारी देते हुए कहा कि यदि डाँक्टरी सलाह के अनुरुप महिला आ*वीएफ सेंटर की तकनीक का सहारा लेती हैं तो इस परेशानी से मुक्ति मिलना संभव हैं। डाँ.वाजपेयी नें पेसिफिक आ*वीएफ सेंटर पर मौजूद विश्व स्तरीय सुविधाओं और तकनीक के बारे में भी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को जानकारी दी। साथ ही उनसे अनुरोध भी किया कि ऐसी महिलाँए जो निसंतानता के चलते मातृत्व सुख से वंचित हैं उन्हें आ*वीएफ सेंटर तक लाने में आंगनबाडी कार्यकर्ता एक सेतु की तरह कार्य करें। सेंटर की साइंटिफिक डायरेक्टर डाँ.वाजपेयी नें ग्रामीण महिलाओं की आ*वीएफ के मँहगे इलाज को लेकर बनी भ्रांति को भी दूर करते हुए कहा कि पेसिफिक आ*वीएफ सेंटर पर ये इलाज बेहद ही सस्ता और सुलभ हैं।


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