व्यक्तित्व विकास और नेतृत्व के गुण विद्यार्थियों के लिऐ आवश्यक- प्रो. के. एस. हिरन

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Published on : 28 Feb, 19 07:02

व्यक्तित्व विकास और नेतृत्व के गुण विद्यार्थियों के लिऐ आवश्यक- प्रो. के. एस. हिरन

 दयपुर|  महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक मात्स्यकी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर मे बुधवार को विद्यार्थियों ने व्यक्तित्व विकास और युवा नेतृत्व पर श्री सत्य सांई सेवा संगठन की ओर से आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला मे भाग लिया।

   

 कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. के. एस. हिरन ने एक दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की साथ ही उन्होने संस्था का परिचय देकर बताया कि श्री सत्य सांई सेवा संगठन १८० देशो में आध्यात्मिकता, शिक्षा एंव चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय समाज सेवा का कार्य कर रहा है उन्होने बताया कि अनुशासन के साथ नियमित अध्ययन व सात्विक जीवन विद्यार्थी की पहचान हैं । उन्होने विद्यार्थियों से परिचर्चा करते हुऐ जीवन मे नियमित व्यायाम, स्वाध्याय, जप-ध्यान आराधाना, स्वावलम्बन, बडों का आदर, सेवा कार्य ,लक्ष्य निर्धारित करना व सहशैक्षणिक गतिविधिया मे भाग लेने की प्रेरणा दी। कार्यशाला में संस्था के श्री आर.के.श्रीवास्तव ने तनाव प्रबन्धन और मेंडिटेशन करवाया, श्री एम.सी.श्रीवास्तव पूर्व प्राचार्य राजकीय पीजी कालेज, डूंगरपुर ने सेवा के महत्व तथा समय, भोजन, उर्जा , धन एवं स्वास्थ प्रबन्धन तथा श्री पी एस सोलंकी ने समय प्रबन्ध पर चर्चा की। मात्स्यकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता व विश्वविद्यालय मीडया प्रभारी प्रो. सुबोध शर्मा ने आगन्तुकों का स्वागत करते हुऐ  विद्यार्थियो को अनुशासन पूर्ण जीवन जीने एंव सेवा कार्य में मन लगाने की प्रेरणा दी ।

 कार्यशाला के अन्त में प्रो हिरन एवं अधिष्ठाता प्रो. सुबोध शर्मा  ने प्रश्न उत्तर एंव समूह चर्चा के सत्र में सफल रहे ग्रुप प्रतिनिधी वसुधा व ग्रुप सदस्यों खुश्बू, मनीशा, नेहा, कनिका एवं द्वितीय स्थान पर रहे राजकुमार के समूह को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन राजकुमार ने किया एवं धन्यवाद वसुधा ने ज्ञापित किया। 

 

 


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