शहर ने पलक को बिठाया पलकों पर

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Published on : 15 Feb, 19 06:02

पलाश की आवाज पर थिरके श्रोता, उमडा जनसमूह

शहर ने पलक को बिठाया पलकों पर

चित्तौडगढ  । चित्तौडगढ फोर्ट फेस्टिवल की अंतिम प्रस्तुति के रूप में पलक मुछाल का जादू मंगलवार रात्रि शहर वासियों पर सिर चढकर बोला। पलक पलाश की जोडी को सुनने शहर उमड पडा। भाई पलाश के साथ पलक की जुगलबंदी ने स्टेडियम में मौजूद युवाओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। खुद के गाए गानों के अलावा पुराने फिल्मी गीतों के बोलों पर श्रोता मंत्र मुग्ध हुए। रात्रि ११ बजे तक लोग ठंडी ठंडी हवा में भी स्टेडियम में डटे रहे।

पलक ने प्रेम रतन धन पाया,े एक सनम चाहिए आशिकी के लिए, तुझे देखा तो यह जाना सनम, राजा को रानी से प्यार हो गया,बहुत प्यार करते है तुमसे सनम, तेरे दर पर सनम हम चले आए, बहुत प्यार करते है तुमसे हम सनम जैसे फिल्मी नगमों पर अपनी अवाज का जादू बिखरा। श्रोताओं की मांग पर पलक पलाश की जोडी ने कभी यादों में, हुआ है आज पहली बार, प्रेम रतन धन पायो, जन्दगी बना लूं, देखा हजारो दफा, जब तुम चाहो, मेरी आशिकी अब तुम ही हो, गोरी तू लठ मार गीतों की भी प्रस्तुति दी ।

पलाश ने भीड और अतिथियों के बीच जाकर गीत गाए तो युवा उनके साथ ही थिरकने लगे।  कार्यक्रम के दौरान बच्चों के अलग अलग समूह भी मंच पर आए और कई गानों पर झूमें । 

इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन दीपेन्द्र सिंह, अतिरिक्त कलक्टर (भू.अवा.) चन्द्रभानसिंह भाटी, जिला परिषद् सीईओ अंकित सिंह, प्रशिक्षु आईएएस सुशील कुमार, अति. पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, युआईटी सचिव सीडी चारण, एसडीएम विनोद कुमार, नगर परिषद आयुक्त नारायण लाल मीणा,  विकास अधिकारी धनसिंह राठौड सहित जनप्रतिनिधि, अन्य पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और जनसमुदाय उपस्थित था।

अंगुलियों की बजाय सिर से बजाया पियानो

पलाश ने अंगुलियों की बजाय सिर से पियानो को बजा लोगो को आश्चर्यचकित कर दिया। स्वरों के अद्भूत सामजंस्य ने संगीत को लोगों के मन में उतार दिया। एक बार तो श्रोता समझ ही नहीं पाएं कि आवाज किधर से आ रही है पर जब सिर पर पलाश के हाथों गति देख उनको माजरा समझ में आया।

पलक के साथ विदेशी भी थिरके

मंच पर पलक की प्रस्तुति के बीच श्रोताओं के रूप में बैठे विदेशी सैलानियों का अचानक मंच पर आना चर्चा का विषय बना। माधुरी दीक्षित पर फिल्माए गए गाने एक, दो तीन.....आजा पिया आई बहार पर विदेशियों ने शब्दों से अनजान पर संगीत की लय पर जमकर नृत्य किया। इस अवसर पर पलक ने कहा कि हमारी भारतीय संगीत की यहीं खासियत है कि वो भिन्न-भिन्न संस्कृति को भी अपने में समाहित कर थिरकने पर मजबूर कर देती है। 

धन्यवाद चित्तौड, मिला पूरा सहयोग-जिला कलक्टर

समापन समारोह को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार ने कहा कि चित्तौडगढ फोर्ट फेस्टिवल के आयोजन में पूरे जिलवासियों का सहयोग मिला हैं। उपस्थिति जनसमुदाय का आभार व्यक्त करते हुए श्रीमती स्वर्णकार ने कहा कि  जनता की शत प्रतिशत भागीदारी से ही पहली बार आयोजित यह आयोजन सफल रहा। इस दौरान उपस्थित अतिथियों ने पलक-पलाश और उनकी टीम का साफा पहनाकर स्वागत किया । 

सतरंगी विरासत का पर्याय बना रतनसिंह महल

मंगलवार सायं दुर्ग स्थित रतनसिंह तालाब पर दीपदान का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस दौरान बडी संख्या में जनसमुदाय उपस्थिति था। इस अवसर पर जिला कलक्टर और आला अधिकारियों ने दीपदान में भाग लिया। विजन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के विद्यार्थियों के द्वारा बनाए गए विशेष दीपकों से तालाब जगमगा उठा। दीपदान के लिए सतरंगी रोशनी से जगमग रतनसिंह महल लोगों को आकर्षित करता दिखा।


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