बाँसवाड़ा, शहर के डायलाब रोड पर सामाजिक न्याय एवं बाल अधिकारिता विभाग के आगे लावारिस अवस्था में एक नाबालिग बालक मिला।
राजकीय किशोर गृह के केयरटेकर गोपाल खांट ने सड़क के किनारे जमा भीड़ देखकर पता किया तो वहां 6 वर्षीय बालक रो रहा था। इस पर सूचना कार्यालय में उपस्थित जिला बाल कल्याण समिति सदस्य मधुसूदन व्यास को दी। जिस पर समिति सदस्य मौके पर पहुंचकर समिति लेकर आए।
बालक से पूछताछ पर उसने अपना नाम रितेश तथा पिता का नाम रमेश निवासी पृथ्वीपुरा बताया। जिस पर सामाजिक न्याय एवं बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक दिलीप रोकड़िया की मौजूदगी में समिति के सदस्यगणों में शांतिलाल चौबीसा, मधुसूदन व्यास व अर्चना दवे ने आवश्यक कार्यवाही की।
बालक रितेश को देखरेख और संरक्षण के लिये राजकीय किशोर गृह में अस्थाई रूप से प्रवेश के आदेश जारी कर बालक को परिवार में पुर्नवास की व्यवस्था सुनिश्चित करने की कार्यवाही शुरू की गई। साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक सहित मानव तस्करी विरोधी युनिट बांसवाडा को लावारिश प्राप्त बालक के परिजनों का पता करने के लिए पत्र भी लिखा।