बालिका वधू पपली बाल विवाह बंधन से मुक्त, अब भरेगी सपनों की उडान 

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Published on : 06 Feb, 19 14:02

सारथी ट्रस्ट की मदद से बाल विवाह निरस्त, पारिवारिक न्यायालय ने बाल विवाह निरस्त किया

बालिका वधू पपली बाल विवाह बंधन से मुक्त, अब भरेगी सपनों की उडान 

जोधपुर। बालेसर तहसील के आगोलाई गांव निवासी बालिका वधू पपली बाल विवाह के बंधन से मुक्त हो गई। अब खुद की मर्जी से भविष्य संवारने के सपनों की उडान भर पाएगी। सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी व पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डाॅ.कृति भारती का संबल पाकर बाल विवाह निरस्त के लिए पारिवारिक न्यायालय संख्या 1 में गुहार लगाई थी। जिस पर पारिवारिक न्यायालय संख्या-1 के न्यायाधीष पी.के.जैन ने बालिका वधू पपली के बाल विवाह निरस्त का फैसला सुनाया। 

आगोलाई गांव निवासी ट्रक ड्राइवर अठारह वर्षीय पुत्री बालिका वधु पपली का बाल विवाह करीब 16 साल की उम्र में बालेसर तहसील के युवक के साथ हुआ था। इसके बाद बालिका वधू पपली ने बाल विवाह के बंधन में नहीं रहने का फैसला कर सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी व पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डाॅ.कृति भारती से मदद मांगी। डाॅ.कृति भारती का संबल पाकर पपली ने पारिवारिक न्यायालय संख्या-1 में बाल विवाह निरस्त के लिए गुहार लगाई थी। 

जाति पंच व परिजन भी विरोध में 

पपली के बाल विवाह नकारने के फैसले के विरोध में जाति पंचों के साथ ही परिजन भी आ गए हैं। जाति पंचों ने पपली के परिजनों को बिरादरी बाहर करने का फरमान तक सुुना दिया था। यहां तक कि जाति पंचों के दबाव से घबराकर पपली के पिता ने कह दिया कि अगर ससुराल नहीं जाएगी तो समाज में नाक कटने के कारण मैं फंदे पर लटक जाउंगा। 

सारथी का संबल, काउंसलिंग का दौर

इस बीच सारथी ट्रस्ट की डाॅ.कृति भारती ने पहले पपली के परिजनों की काउंसलिंग कर बाल विवाह निरस्त के फैसले के पक्ष में किया। वहीं बाद में कई जाति पंचों की भी काउंसलिंग की गई। जिसमें कुछ जाति पंचों ने परोक्ष तौर पर पपली के पक्ष में आकर बाल विवाह निरस्त करवाने में सहयोगी की भूमिका निभाई। 

कोर्ट ने निरस्त का फैसला सुनाया

पपली की ओर से सारथी ट्रस्ट की डाॅ.कृति भारती ने जोधपुर पारिवारिक न्यायालय संख्या-1 में पैरवी कर पपली के आयुु संबंधी दस्तावेजों और अन्य तथ्यों से अवगत करवाया। वहीं काउंसलिंग के बाद तथाकथित पति ने भी बाल विवाह निरस्त करने के लिए रजामंदी जता दी थी। जिस पर पारिवारिक न्यायालय संख्या -1 के न्यायाधीष पी.के.जैन ने समाज को कडा संदेष देकर पपली के बाल विवाह को निरस्त करने का फैसला सुनाया।  

सारथी ट्रस्ट निरस्त में सिरमौर 

गौरतलब है कि बाल विवाह निरस्त की अनूठी मुहिम में जुटे सारथी ट्रस्ट की डाॅ.कृति भारती ने  ही वर्ष 2012 में देष का पहला बाल विवाह निरस्त करवाया था। डाॅ.कृति भारती अब तक 39 बाल विवाह निरस्त करवाने के साथ ही सैंकडों बाल विवाह रूकवा चुकी है। डाॅ.कृति भारती ने वर्ष 2015 में तीन दिन में दो बाल विवाह निरस्त करवाकर भी इतिहास रचा था। जिसके लिए डाॅ.कृति भारती का नाम वल्र्ड रिकाॅड्र्स इंडिया और लिम्का बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड सहित कई रिकाॅर्ड्स में दर्ज किया गया। सीबीएसई ने भी कक्षा 11 के पाठ्यक्रम में सारथी की मुहिम को शामिल किया था। डाॅ.कृति भारती को मारवाड व मेवाड रत्न के अलावा कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है। 

इनका कहना है

अब भविष्य की उडान भरूंगी

- बाल विवाह ने मेरा जीवन तबाह कर दिया था। कृति दीदी ने मेरी जिंदगी बचाई है। कृति दीदी की मदद से बाल विवाह निरस्त होना मेरे जीवन की सबसे बडी खुषी है। अब मैं अपने भविष्य की उडान भर सकूंगी। - पपली, बाल विवाह मुक्त बालिका। 

 

बेहतर पुनर्वास के प्रयास

- पपली का बाल विवाह निरस्त होने के बाद उसके बेहतर पुनर्वास के प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ जाति पंच अब भी अडियलपन दिखा रहे हैं। जरूरत पडी तो उनके खिलाफ भी न्यायिक कार्रवाई की जाएगी। 

डाॅ.कृति भारती, मैनेजिंग ट्रस्टी एवं पुनर्वास मनोवैज्ञानिक, सारथी ट्रस्ट, जोधपुर। 


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