प्रतापगढ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव- अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश लक्ष्मीकांत वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेषन न्यायाधीष-राजेन्द्र कुमार शर्मा के मार्ग-निर्देषन में प्रतापगढ जिला मुख्यालय पर स्थित समस्त न्यायालयों में विचाराधीन १३८ पराक्रम्य विलेख अधिनियम,, बैंक रिकवरी, श्रम विवाद, पानी व बिजली के बिल (अशमनीय के अलावा) एवं अन्य दाण्डिक शमनीय, पारिवारिक एवं अन्य सिविल विवाद, एमएसीटी, वैवाहिक विवाद, श्रम विवाद तथा अन्य कई विषयों पर आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत दिनांक ०९.०३.२०१९ को आपसी समझाईश के माध्यम से निपटारा किया जावेगा।
उक्त आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु आज प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय राजेन्द्र कुमार शर्मा ने प्रतापगढ न्यायक्षेत्र के सभी न्यायिक अधिकारिगण के साथ विचार विमर्श एवं रूपरेखा निर्धारण हेतु बैठक आयोजित की। जिसमें न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय श्रीमती आशा कुमारी, न्यायाधीश एम०ए०सी०टी० न्यायालय महेन्द्र कुमार मेहता, प्राधिकरण के सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हेमराज मीणा, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रतापगढ विक्रम सांखला, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अरनोद श्रीमती कुमकुमसिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट कृष्ण कुमार अहारी एवं अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री जयश्री मीणा मौजूद रहे।
आयोजित बैठक में प्राधिकरण अध्यक्ष ने उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने हेतु सभी न्यायिक अधिकारिगण को अपने न्यायालय से संबंधित ऐसे प्रकरण, जिनमें राजीनामे के तत्व मौजूद हों, को अधिक से अधिक संख्या में रेफर करने हेतु निर्देशित किया।