हिन्दुस्तान जिंक को तीसरी तिमाही में २,२११ करोड रुपये का शुद्ध लाभ

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Published on : 22 Jan, 19 05:01

तिमाही के दौरान चांदी एवं सीसा धातु का रिकॉड उत्पादन

हिन्दुस्तान जिंक को तीसरी तिमाही में २,२११ करोड रुपये का शुद्ध लाभ

हिन्दुस्तान जिंक को तीसरी तिमाही में २,२११ करोड रुपये का शुद्ध लाभ

 

तिमाही के दौरान चांदी एवं सीसा धातु का रिकॉड उत्पादन

 

 

हिन्दुस्तान जिंक के वित्तीय परिणामों की घोषणा

 

तीसरी तिमाही के मुख्य आकर्षण

वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में २४७,००० टन खनित धातु उत्पादन हुआ जो कि पिछली तिमाही की तुलना में ६ प्रतिशत अधिक है

वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में १७८ मैट्रिक टन रिकॉर्ड रिफाइन्ड चांदी का उत्पादन जो गतवर्ष की समान तिमाही की तुलना में ३४ः अधिक है।

वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में ५४,००० टन रिकार्ड रिफाइन्ड सीसा धातु का उत्पादन जो गतवर्ष की समान अवधि की तुलना में १८ प्रतिशत अधिक है।

 

नौःमाही के मुख्य आकर्षण

६९१,००० टन खनित धातु का उत्पादन-भूमिगत खदान धातु में ३१ प्रतिशत अधिक है।

१४५,००० टन रिफाइन्ड सीसा धातु का उत्पादन - जो २३ प्रतिशत अधिक है।

४८८ मीट्रिक टन रिफाइन्ड चांदी का उत्पादन - जो २६ प्रतिशत अधिक है।

 

२१ जनवरी, २०१९ को हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने सोमवार को आयोजित अपनी निदेशक मण्डल की बैठक में ३१ दिसम्बर २०१८ को समाप्त तीसरी तिमाही व नौःमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।

 

’’हिन्दुस्तान जिंक के चेयरमैन श्री अग्निवेश अग्रवाल जी ने कहा कि मुझे यह बताते हुए अति प्रसन्नता हो रही है कि वर्ष के दौरान भूमिगत खदानों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। जैसा कि हमारी चालू परियोजनाएं पूरी हो रही है तथा आने वाली तिमाहियों में १.२ मिलियन मैट्रिक टन प्रति वर्ष खनित धातु उत्पादन क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। चांदी उत्पादन में प्र्याप्त वृद्धि से मुझे बेहद खुशी है जो अगले वर्ष में भी जारी रहने की संभावना है।‘‘

 

नौःमाही के दौरान खनित धातु का उत्पादन ६९१,००० टन हुआ है जो गतवर्ष की समान अवधि की तुलना में ३१ प्रतिशत अधिक है।

 

तीसरी तिमाही में एकीकृत धातु का उत्पादन २४२,००० टन हुआ है जो पिछली तिमाही की तुलना में १४ प्रतिशत अधिक है। इस तिमाही के दौरान खनित धातु में जस्ता-सीसा की उपलब्धता सर्वाधिक होने से सकारात्मक उत्पादन रहा है। एकीकृत जस्ता का उत्पादन १८८,००० टन हुआ है जो पिछली तिमाही की तुलना में १६ प्रतिशत अधिक है। एकीकृत सीसा उत्पादन में १० की वृद्धि हुई है। तिमाह के दौरान एकीकृत चांदी का रिकॉर्ड १७८ मैट्रिक टन उत्पादन हुआ है जो गतवर्ष की समान अवधि की तुलना में ३४ प्रतिशत अधिक है।

 

नौःमाही के दौरान एकीकृत सीसा एवं चांदी का उत्पादन गतवर्ष की तुलना में क्रमशः २३ प्रतिशत एवं २६ प्रतिशत अधिक रहा है जो खनित धातु की उपलब्धता के अनुरूप रहा है।

 

कंपनी ने तीसरी तिमाही के दौरान ५,५४० करोड रुपये का राजस्व अर्जित किया है। कंपनी ने तीसरी तिमाही के दौरान २,२११ करोड रुपये का श्ुाद्ध लाभ अर्जित किया है जो चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में २२ प्रतिशत अधिक तथा गतवर्ष की समान अवधि की तुलना में ४ प्रतिशत कम है।

 

उत्पादन परिदृश्य के अनुसार वित्तीय वर्ष २०१९ में भूमिगत खदानों के विकास से खनित धातु का उत्पादन अधिक होने की संभावना है।

 

घोषित खनन परियोजनाओं के तहत वित्तीय वर्ष २०२० तक १.२ मिलियन टन प्रति वर्ष खनित धातु उत्पादान क्षमता होने के अनुरूप कार्य प्रगति पर है।

 

तिमाही के दौरान सिन्देसर खुर्द खदान का ५.८७ किलोमीटर विकास किया गया है। सिन्देसर खुर्द खदान का १.५ मिलियन टन मिल बनाने का कार्य पूर्ण हो गया है तथा वित्तीय वर्ष २०१९ की तीसरी तिमाही में उत्पादन भी प्रारंभ होने की संभावना है।

 

रामपुरा-आगुचा भूमिगत खदान ने तिमाही के दौरान ६.९४ किलोमीटर की रिकॉर्ड खदान का विकास किया है। अक्टूबर २०१८ में मिड शाफ्ट लोडिंग सिस्टम के चालू होने से रामपुरा-आगुचा भूमिगत खदान से अयस्क उत्पादन होगा। पूर्ण शाफ्ट कमीशनिंग एवं क्रशर एवं कन्वेयर सिस्टम का कार्य वित्तीय वर्ष २०२० की दूसरी तिमाही में पूरा होने की संभावना है।

 

जावर में २.० एमटीपीए की नई मिल का कार्य वित्तीय वर्ष की चालू तिमाही में पूरा होने की संभावना है।

 

चंदरिया में फ्यूमर प्रोजेक्ट का कार्य चालू तिमाही में पूरा होने की संभावना है। अप्रैल २०१८ में घोषित १.२ से १.३५ एमटीपीए खनन धातु क्षमता के विस्तार के अगले चरण की योजना पर कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।


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