कृषकों की समृद्धि के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग मिलकर कार्य करें

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Published on : 17 Jan, 19 06:01

कृषकों की समृद्धि के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग मिलकर कार्य करें

झालावाड़   कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल की अध्यक्षता में बुधवार को जिले के कृषि, उद्यान, सहकारिता विभाग, कृषि विपणन एवं बीज निगम के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। 

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि कृषि भारत की अर्थ व्यवस्था में रीड की हड्डी है। कृषि पूर्णतः मानसून आधारित है। उन्होंने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसानों की समृद्धि के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं मार्केटिंग के क्षेत्र में संयुक्त रूप से कार्य करें। उन्होंने पोस्ट हार्वेस्ट मेनेजमेन्ट को मजबूत करने के लिए कार्य योजना तैयार करने की भी आवश्यकता जताई।

उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले इसके लिए कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग व ग्रेडिंग के साथ-साथ उचित मार्केटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की बेहतरी के लिए उनके खेतों पर जाएं और उन्हें राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी के साथ-साथ उरर्वक, क्रियान्वयन आदि के बारे में भी बताएं। उन्होंने कहा कि कृषि उपज मंडी के गठन के पीछे सरकार का उद्धेश्य काश्तकारों का आडतियों द्वारा किए जाने वाले शोषण को रोकना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बीमा योजना की समीक्षा कर योजना को कृषक हितेषी बनाया जाए। 

उन्होंने जिला कलक्टर को कृषि उपज भण्डारण क्षमता का जायजा लेने के निर्देश दिए ताकि समर्थन मूल्य पर खरीद के पश्चात कृषि जीन्स कृषि उपज मंडी में खुले में न पडे रहे। उन्होंने इसके अतिरिक्त जिला कलक्टर को निर्देशित किया कि वे जिला स्तर पर कृषि, उद्यानिकी तथा कृषि से जुडे आदि विभागों को समय-समय पर समीक्षा बैठक आयोजित कर कृषक कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं में प्रगति लाएं और कृषि विभाग से जुडी समस्याओं का निराकरण भी करवाएं। कृषि विभाग के अन्तर्गत चल रही एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेन्ट एजेन्सी (आत्मा) योजना की समीक्षा करने के निर्देश भी विभाग के अधिकारियों को दिए। 

जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि कृषि विभाग में आने वाली समस्याओं को समय रहते पूर्व में ही सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि बैठक में दिए गए निर्देशों की अक्षरशः पालना की जाएगी। इस दौरान सद्गुरू फाउण्डेशन के राज्य समन्वयक मनोज गुप्ता द्वारा फाण्डेशन द्वारा कृषक कल्याण के लिए किए गए कार्यों की जानकारी बैठक में उपलब्ध कराई। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामजीवन मीणा, एमडी कॉपरेटिव रवीन्द्र कुमार राजपुरोहित, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग कोटा डॉ. रामवतार शर्मा, संयुक्त निदेशक उद्यानिकी डी.के. गुप्ता, उप निदेशक कृषि अतीश कुमार शर्मा, उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. आईबी मोर्य, केवीके के अध्यक्ष डॉ. अर्जुन कुमार वर्मा, राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के प्रबंधक किशोरी लाल, सहायक निदेशक उद्यान एनबी मालव, जिला अग्रणीय बैंक अधिकारी राज कुमार शर्मा, राजस्थान राज्य बीज भण्डार निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक राजकुमार नागर, राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अधिशाषी अभियंता सीपी शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। 


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