जयपुर, पर्यावरण और जीव-जगत को बचाने के लिए आज राजस्थान जन मंच पक्षी चिकित्सालय, मालवीय नगर, जयपुर में पक्षी सरंक्षण हेतु एक कार्यशाला एवं ट्रैनिंग कैम्प का अयोजन किया गया। जिसमें जीव-जन्तुओं को संरक्षित रखने, घायल पक्षियों की प्राथमिक चिकित्सा करने के तरीके बताये गये।
पक्षी चिकित्सालय के संस्थापक कमल लोचन ने बताया कि पक्षियों को बचाने एवम् एक निश्चित अनुपात में संरक्षित रखने पर हीं पर्यावरण का सहीं मायने में संरक्षण हो सकेगा। साथ हीं उन्होनें अपने उद्बोधन में कहा कि पशु-पक्षी पर्यावरण चक्र का महत्वपूर्ण अंग है। थोडी सी सूझ-बूझ और सामान्य उपचार से हम ६० प्रतिशत से अधिक पक्षियों को अकाल मृत्यु से बचा सकते है। आयोजित ट्रैनिंग कैम्प में २०० विद्यार्थियों, जीव कल्याण कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभी को पक्षियों को सावधानीपूर्वक पकडने एवं प्राथमिक चिकित्सा के बारें में जानकारियाँ प्रदान की गयी ताकि स्वंय के स्तर पर वह पर्यावरण और पक्षी बचाने के महत्वपूर्ण कार्य को अजांम दे सके। इस अवसर पर ए.के.ऋषि, अशोक कु. जैन, काजोल जैन, निधि तातेर, तितिक्षा जैन, मंयक शर्मा, बी. एल. विजय, प. श्रीकृष्ण शर्मा, लक्ष्मण सैन, डॉ. अजय गुप्ता, दर्शन शर्मा आदि वक्ताओं ने विचार व्यक्त किये।