विद्यापीठ में रिसर्च और इंविटेशन प्रोग्राम होगी प्राथमिकता प्रो.. सारंगदेवोत

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Published on : 31 Dec, 18 07:12

विद्यापीठ में रिसर्च और इंविटेशन प्रोग्राम होगी प्राथमिकता प्रो.. सारंगदेवोत उदयपुर / जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि वर्ष २०१९ जन शिक्षण एवं विस्तार निदेशालय के अन्तर्गत संचालित जन भारती केन्द्रों पर नए पाठ्यक्रमों को लागू करना है। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों की समस्याओं को भी प्राथमिकता से लिया जाएगा वही आमंत्रित कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न विकास के नए आयामों को तलाशा जाएगा विद्यापीठ में रिसर्च बेस प्रोग्राम और इंविटेशन प्रोग्राम पर ज्यादा जोर दिया जाएगा सभी विभागों में अधिक से अधिक रिसर्च तथा ओरियन्टेशन प्रोग्राम पर ध्यान दिया जायेगा । वर्ष २०१९ में शिक्षा, कला, प्रबन्ध, विधी चिकित्सा कृर्षि कामर्स, कम्प्यूटर, एवं आईटी, सोसल वर्क, वं पर्सनालिटी डेवलपमेन्ट, से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर राष्ट्रीय तथा अर्न्तराष्ट्रीय सेमीनारों का आयोजन किया जायेगां। युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार दिलाने हेतु विद्यापीठ विश्वविद्यालय एवं आईएल एण्ड एफएस स्किल डवलपमेंट कारर्पोरेशन एवं स्किल इंक कि स्कील डवलपमेंट इस्टीट्यूट में एक नई शिक्षा पद्ति नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेम वर्क ( एनएसक्यूएफ ) पर आधारित पाठ्यक्रम चलाये जायेंगे जेा कि भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय तथा सेक्टर स्किल काउन्सिल द्वारा प्रमाणित होंगे जिनकी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रेाजगार हेतु मान्यता होगी। आगामी जनवरी माह मे राजस्थान विद्यापीठ डिम्ड टू बी विवि एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधाान में आगामी १८ से २० जनवरी, २०१९ को छठी नोर्थन रीजरल सोशल साईंस कांग्रेस का,ऑल इंडिया इंटरयूनिवर्सिटी महिला बाक्सींग टुर्नामेंट आगामी २८ से ०३ फरवरी तक विद्यापीठ के प्रतापनगर स्थित खेल मैदान पर आयोजन प्रतियोगिता की तैयारी मई माह में मीरा शोध सस्थान द्वारा तीन दिवसीय अनतराटीय सेमीनार का आयोजन किया जायगा
ये हैं भावी योजनाएं
कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि वर्ष २०१९ में विद्यापीठ के विभिन्न विभागों तथा जन शिक्षण एवं विस्तार निदेशालय के अन्तर्गत संचालित दस जन भारतीय केन्द्रों पर नई योजगार परख योजनाओं को
लागू किया जायेगा ।
कैशलेस विद्यापीठ महाअभियान
कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि विमुद्रीकरण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नकदी रहित भारत के सपने को साकार करने के लिए विद्यापीठ ने अपने स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए है। शीघ्र ही कैशलेस विद्यापीठ की अवधारण साकार हो जाएगी। प्रारंभिक चरण में सभी महाविद्यालयों में कैशलेस समूह बनाए गए हैं व प्राचार्यों को मॉनिटरिंग का जिम्मा दिया गया है। सभी आउटलेट्स व काउंटर्स को नकदी रहित व्यवस्था से जोड. दिया गया है। अगले हफते से विद्यार्थियों के समूह अध्यापकों के नेतृत्व में समुदायिकता जागरूकता अभियान के तहत विभिन्न क्षेत्रों में जाकर कैशलेस जागरूकता अभियान शुरू करेंगे। प्राे सारंगदेवोत खुद सभी स्तरों पर महाअभियान की मॉनिटरिंग करेंगे।

स्मार्ट टेफिक सेंस एक साल कार्य करेंगे ११० शिक्षक और विद्यार्थी
स्मार्ट टेफिक सेंस पर विश्वविद्यालय के १० शिक्षकों के निर्देशन में १०० यूजी संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी एक साल तक कार्य करेंगे।विश्वविद्यालय स्मार्ट सिटी में टेफिक सेंस विकसित करने के लिए कुल १५ बिंदूओं पर कार्य करेगा। श्शहर में गुड टेफिक सेंस किस पर विकसित किया जाए, इसके लिए महाराणा प्रताप कृशि एवं प्रौद्योगिकी, सुखाडया और राजीव गांधी जनजाति विश्वविद्यालयों सहित सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से तीन- तीन सुझाव लिए जाएंगे।

प्लेसमेन्ट शिविर लगेंगे - जन भारती केन्द्रों पर छः माह की अवधि में जिला रोजगार कार्यालय के साथ मिलकर रोजगार शिविर लगाये जायेंगे गौरतलब है कि इसमें ८ से १०वी पास लोगों के लिये स्कीम डेवलपमेन्ट रोजगार उपलब्ध कराये जायेंगे । रोजगार कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सम्फ में ऐसी कई कम्पनियॉ है जो ८ से १० हजार रूपये का मासिक पेकेज दे सकती है।
नशामुक्ति तथा सामाजिक सरोकार अभियान- इस योजना के तहत सभी केन्द्रो पर नशा मुक्ति शिविरों का आयोजन किया जायेगा । साथ ही स्वच्छता सम्बन्धी अभियान, पर्यावरण संरक्षण, स्कील डेवलपमेन्ट सम्बन्धि अभियान चलायें जायेगे इससे ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों के बुजुर्गो को चिकित्सक, काउंसलिंग कर नशा मुक्ति के लिये प्रेरित करेंगे । जरूरत होने पर रोगी को नशा मुक्ति केन्द्र या अस्पताल में भी भर्ती किया जायेगा ।
बालिका शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर विशेष कक्षाएं- इसे शहरी क्षेत्रों से चिकित्सकों को बुलाकर जन भारती केन्द्रों पर हफ्ते में एक बार व्याख्यान करवाया जायेगा । जब कि विद्यापीठ कार्यकर्ता रोज किसी नये विषय पर ग्रामीणों को जानकारी देंगे। इसमें बालिकाओं में आयरन की कमी, मासिक धर्म एवं प्रसव से जुडी जानकारियां एवं सावधानिया शामिल होगी तथा शिविर भी लगाये जायेंगे ।
समेकित कृषि एवं कम्पयूटर शिक्षा - समेकित कृषि के अन्तर्गत पशु पालन, मछली पालन, मुर्गी पालन, कृषि कार्य से जुडी सभी जानकारियां किसान एक ही जगह प्राप्त कर सकेंगे जहॉ विषय विशेषज्ञों, ग्रामीणों को जानकारी देंगे अभी बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा, ब्यूटी पार्लर, इन्टीरियर डेकोरेशन सम्बन्धी कोर्स भी कराये जा रहे है।



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