नवाचारों के नाम रहा 15 वीं विधानसभा का आम चुनाव

( 10116 बार पढ़ी गयी)
Published on : 10 Dec, 18 03:12

नवाचारों  के नाम रहा 15 वीं विधानसभा का आम चुनाव बांसवाड़ा| राज्य में 15वीं विधानसभा के गठन के लिए 7 दिसम्बर को हुआ आम चुनाव कई नवाचारों के नाम रहा, इस दौरान जहां आमजन, मतदाताओं और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियासें और उम्मीदवारों को राहत प्रदान करने के लिए कई प्रकार के नवाचारों को अंजाम दिया गया वहीं मतदाता जागरूकता की दृष्टि से जिला स्तर पर भी हुए नवाचारों ने जनसामान्य में निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति आकर्षण जगाया।
दिखी डिजीटल क्रांति की झलक:
चुनाव प्रक्रिया में अबकी बार डिजीटलाईजेशन की झलक देखने को मिली और मतदान प्रक्रिया को पूर्ण करने में अपना अहम योगदान देने वाले सरकारी कर्मचारियों की सुविधा प्रदान करने दृष्टि से भी चुनाव प्रक्रिया में कई प्रकार के नवाचार अमल मंे लाए गए।
मतदान प्रक्रिया में ईवीएम से निर्वाचन प्रणाली की पारदर्शिता को दिखाने के लिए चुनाव आयोग द्वारा पहली बार वीवीपेट मशीन का इस्तेमाल मतदाताओं के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। इस प्रक्रिया से मतदाताओं को बुथ के भीतर कुछ सैकेंड अधिक रूकने और अपने मत की रसीद देखने का भी अवसर मिला।
आचार संहिता की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए इस बार आयोग द्वारा सी-विजील एप को लांच करते हुए हर हाथ व हर आंख तक आयोग की नज़र को पहुंचाया। इसी प्रकार उम्मीदवारों को विभिन्न प्रकार की अनुमतियों के लिए भी ऑनलाईन एप के माध्यम से सुविधा प्रदान की।
केशलेस भुगतान से कर्मचारियों को आराम:
इसी तरह डिजीटल क्रांति के कारण इस चुनाव में मतदान प्रक्रिया में लगे कर्मचारियों को बुथ पर रवानगी से पूर्व ही उनके हक का यात्रा भत्ता उनके बैंक खातों में ऑनलाईन जमा किया गया। जिससे कर्मचारियों को रवानगी से पूर्व यात्रा भत्ता प्राप्त करने के लिए लाईनों में लगने की परेशानी से मुक्ति मिली वहीं उनके यात्रा भत्ता भी उन्हें नियत समय में प्राप्त हो सका।
इसी तरह इस प्रक्रिया का लाभ कर्मचारियों के साथ-साथ चुनाव प्रक्रिया में लगे वाहनधारियों को भी मिला जिन्हें उनके वाहन के संचालन के एवज में मिलने वाला भुगतान भी ऑनलाईन प्रक्रिया के तहत उनके खाते में सीधा ही जमा किया गया।
वागड़ी बोली में मतदाता जागरूकता के नवाचार
लोकतंत्र की मजबूती के लिए आमजन में जागरूकता पैदा करने के लिए चुनाव आयोग के निर्देशों पर चलाए जाने मतदाता जागरूकता अभियान में भी कई प्रकार के नए-नए नुस्खों को आजमाकर मतदाताओं में जागरूकता का शंखनाद किया गया। इस बार स्वीप प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी व जिला परिषद सीईओ डॉ. भंवरलाल के निर्देशन में स्वीप प्रकोष्ठ के साथ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने भी मतदाता जागरूकता के क्षेत्र में विशिष्ट प्रयास करते हुए नवाचार किए। जिले में पहली बार वागड़ी बोली में जागरूकता साहित्य सृजन में टीम मीडिया प्रकोष्ठ में जनसंपर्क उपनिदेशक कमलेश शर्मा के साथ रंगकर्मी सतीश आचार्य, दिलीप आचार्य‘सोमेश्वर’, महेश पंचाल ‘माही’, सुशील जैन, जलज जानी, राजेन्द्र जैन, भंवरलाल गर्ग, जयसिंह दायमा, अचल शाह, दीपिका दीक्षित, कल्पना मेहता, वंदना त्रिवेदी, बरखा जोशी आदि ने विशिष्ट भूमिकाएं निभाते हुए वागड़ी बोली में साहित्य सृजन किया तथा इसके माध्यम से जिलेभर में माहौल का निर्माण किया।
‘गोटियो’ ने मतदाताओं के दिल तक दी दस्तक:
चुनाव अवधि में पहली बार जिला निर्वाचन अधिकारी भगवती प्रसाद की पहल पर शहर के कार्टूनिस्ट आशीष शर्मा की कूंची से एक कार्टून करेक्टर ‘गोटियो’ का जन्म हुआ और इस कार्टून करेक्टर ने मतदाताओं के दिल तक दस्तक देते हुए जिलेभर में धूम मचाई। मतदाता जागरूकता अभियान में पहली बार प्रवेश करते हुए अपने आकर्षक अंदाज से ‘गोटियो’ ने गांव से लगाकर शहर, गली, मोहल्लों, चौराहों पर मौजूद मतदाताओं के दिल पर गोटियो ने दस्तक दी तो मतदाता मतदान के लिए खींचतें हुए नज़र आए।
इधर, मतदाता जागरूकता अभियान में सहायक नोडल अधिकारी भूपेश पण्ड्या के निर्देशन में माही बैक वाटर में नावों के माध्यम से ‘वोट बांसवाड़ा’ का संदेश भी मीडिया के साथ प्रदेशभर के पाठकों के लिए चर्चा का विषय बना रहा।
सजे-धजे मतदान केन्द्रों ने खींचा मतदाताओं को:
चुनाव प्रक्रिया में पहली बार नवाचार रूप में जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में तैयार किए गए पांच आदर्श मतदान केन्द्र तथा पांच महिलाकर्मी मतदान केन्द्र मतदाताओं व आमजन के लिए आकर्षण का केन्द्र रहे। इन केन्द्रों पर की गई आकर्षक सजावट और यहां पर की गई अपूर्व व्यवस्थाएं मतदाताओं के लिए यादगार रही।
बेहतर व्यवस्थाएं बनी यादगार:
मतदानकर्मियों के लिए वैसे तो चुनाव प्रक्रिया बोझ सी लगती है लेकिन इस बार उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) हिम्मतसिंह बारहठ के निर्देशन में चुनाव में की गई व्यवस्थाएं मतदानकर्मियों को भी सहज महसूस कराने में सहयोगी रही। मतदान दलों के प्रशिक्षण के साथ ही चुनाव के लिए जाने से पूर्व सामग्री वितरण एवं वापस लौटने पर सामग्री जमा कराने के लिए विधानसभावार व्यवस्थाओं के नवाचार के साथ ही प्रशासन द्वारा मतदानकर्मियों के लिए बूथ पर बिस्तर पर व्यवस्था के निर्देश और भोजन के लिए कूक की व्यवस्था के प्रबंधनों के अलावा मतदान के पहले दिन बूथ वाले विद्यालयों में अवकाश की घोषणा तथा मतदान के पश्चात अगले दिन भी मतदानकर्मियों की ड्यूटी स्थल पर यात्रा दिवस के आदेशों से मतदानकर्मियों ने सहजता महसूस की। चुनाव प्रक्रिया के दौरान पहली बार सेवा को तत्पर स्काउट-गाइड का सहयोग भी उल्लेखनीय रहा। जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में बनाए गए बूथों पर स्काउट-गाइड के नन्हें छात्र-छात्राओं द्वारा मतदाताओं को दी गई सुविधाओं एवं सहयोग आमजन के लिए चर्चा का विषय रहे।
साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.