आओ हम सब मिलकर आयुर्वेद दिवस मनाए

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Published on : 31 Oct, 18 09:10

डा० मनजीत कौर आयुर्वेद चिकित्साधिकारी प्रभारी, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय, बीकानेर हाउस, मई दिल्ली ।

आओ हम सब मिलकर आयुर्वेद दिवस मनाए,
भारत और विश्व को रोग मुक्त बनाएँ ।
जो हित और अहित बतलाता है ,
जो सुख दुख भी सिखलाता है ।
आयु का मान बताता है ,
आयुर्वेद कहलाता है।
;२) स्वस्थ आत्मा ,इंद्रियों और मन के ,
संयोग को स्वस्थ बताता है ।
केवल बीमारी की अनुपस्थिति को ,
जो स्वस्थ नहीं ठहराता है ।
यह आयुर्वेद कहलाता है ।
(३) दिनचर्या के सेवन से ,
जो शरीर को स्वस्थ बनाता है ।
ऋतुचर्या के सेवन से ,
जो रोगों से मुक्त बनाता है ।
यह आयुर्वेद कहलाता है।
(४) जो प्रकृति से प्रेम सिखाता है ,
जो यथा पिण्डे तथा ब्रह्माण्डे,
की परिभाषा सबको बताता है ,
जो किसी भी औषध को ,
व्यर्थ नहीं बतलाता है ।
यह आयुर्वेद कहलाता है।
(५)जो रोगी की, न केवल रोग की ,
चिकित्सा विधा सिखाता है ।
काल, अर्थ और कर्म को ,
अस्वस्थ होने में कारण बताता है।
यह आयुर्वेद कहलाता है।
(६) जो अनादिकाल से बहता है ,
वक़्त के थपेड़े भी सहता है ।
फिर भी अस्तित्व में रहता है ,
जो शाश्वत अपने को बनाता है ,
यह आयुर्वेद कहलाता है।
(८) स्वस्थ और निरोग की जो भूमिका बनाता है ,
सर्वजन हिताय की अभिलाषा जो जताता है जिसका आदि अंत नहीं है ,
शाश्वत कहलाता है ।
आयु का जो वेद है ,आयुर्वेद कहलाता है।
जीत कहे हम सब मिलकर,
आयुर्वेद दिवस मनायें ।
भारत और विश्व को रोग मुक्त बनाएँ ।

साभार :


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