जैसलमेर नगरपरिषद तन, मन और धन से कंगाल

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Published on : 21 Oct, 18 07:10

जैसलमेर नगरपरिषद तन, मन और धन से कंगाल ?

जैसलमेर नगरपरिषद तन, मन और धन से कंगाल जैसलमेर । शहरों को साफ रखने में वहां के सफाई कर्मचारियों का सबसे बड़ा योगदान होता है लेकिन अगर बात उन कर्मचारियों के काम करने के दौरान सफाई व स्वास्थ्य की करें तो इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता।
सफाई कर्मचारी बिना दस्ताने व मास्क के ही शहरों के नाले व कूड़ेदान आदि को साफ करते हैं। शहर भर के कूड़े को यह कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा के ही उठा कर इलाके की सफाई करते हैं, ऐसे में बीमारियों के उस ढेर को नंगे हाथ व बिना मास्क के उठाना उनके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होता है । ऐसे बड़े नालों की सफाई करने के दौरान प्लास्टिक के साथ खतरनाक कांच के टुकड़ों से हाथ जख्मी होने की संभावनाएं बनी रहती है । लेकिन ये सफाई कर्मचारी इस बात की परवाह किए बिना पूरी निष्ठा से अपने काम को अंजाम देते हैं।

न तो नगरपरिषद में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और न ही अधिकारी अपने—अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर वहां की सफाई व्यवस्था को दुरस्त कराते नजर आते है । न ही मन से जनता की सेवा और अपने कर्तव्य का निर्वहन करने का जज्बा है इनमें । न ही अपने सफाईकर्मियों को जरूरी संसाधन नहीं देते । नगरपरिषद की बेहद ही दयनीय स्थिति नजर आ रही है । कहना गलत नहीं हो सकता कि जैसलमेर नगरपरिषद तन, मन और धन से कंगाल है ।
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