श्रेष्ठीजन एंव धनिक में बहुत अंतरःशास्त्रतिलक

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Published on : 18 Oct, 18 05:10

श्रेष्ठीजन  एंव धनिक में बहुत अंतरःशास्त्रतिलक उदयपुर। युवा प्रवचनकार मुनिश्री शास्त्रतिलक विजय महाराज ने कहा कि भूतकाल में भी बहुत ऐसे श्रेष्ठी थे जिनके पास बहुत संपत्ति थी और आज भी ऐसे बहुत लोग है जिनके पास बहुत संपत्ति है फिर भी दोनों में फर्क है। वो श्रेष्ठी संपत्ति के स्वामी थे आज के ज्यादातर धनिक संपत्ति के दास है। संपत्ति का पीछा नहीं छोडते। लक्ष्मी वो श्रेष्ठीजन का ध्यान रखती थी जब की आज के धनिक संपत्ति का पीछा नही छोडते। लक्ष्मी वो श्रेष्ठीजन का ध्यान रखती थी जब की आज के धनिक संपत्ति का ध्यान रखते है। इसमें से आप को विचार करना है कि आप किस श्रेणी में आते है।
वे आज हिरणमगरी से. ४ स्थित शांतिनाथ जिनालय में आयोजित प्रवचन सभा में बोल रहे थे। जिन्हने लक्ष्मी को बुरा मानकर लक्ष्मी का दान दिया है उन्हें ऐसा पुण्य मिला कि वो लक्ष्मीपति बने। जिन्होंने लक्ष्मी को अच्छी मानकर लक्ष्मी का दान किया है ऐसा पुण्य मिलता है वो लक्ष्मीदास बने। यह जानकारी श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जिनालय समिति सेक्टर-४ के अध्यक्ष सुषील कुमार बांठिया ने दी।

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